देश की खबरें | पंजाब: शिअद नेता बादल ने मजीठिया की 'जेड प्लस' सुरक्षा वापस लेने की निंदा की

चंडीगढ़, एक अप्रैल शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता सुखबीर सिंह बादल ने मंगलवार को दावा किया कि पंजाब सरकार ने शिअद के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की सुरक्षा वापस ली है।

उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर "राजनीतिक प्रतिशोध" का आरोप लगाया।

शिअद के पूर्व अध्यक्ष बादल ने आरोप लगाया कि आप सरकार मजीठिया को मादक पदार्थ मामले में फंसाने की कोशिश कर रही है। मजीठिया, सुखबीर बादल के रिश्तेदार हैं।

बादल ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, "बिक्रम सिंह मजीठिया की 'जेड प्लस’ सुरक्षा हटाना आप सरकार की शिअद नेतृत्व के खिलाफ खतरनाक साजिश की पुष्टि करता है।’’

बादल ने यह भी कहा कि दिसंबर में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के बाहर उन पर हुए हमले को भी इस फैसले से जोड़कर देखा जाना चाहिए।

बादल ने आरोप लगाया, "मजीठिया की सुरक्षा वापस लेने को मेरी जान लेने की असफल कोशिश में सरकार की मिलीभगत के रूप में देखा जाना चाहिए - यह कोशिश केवल गुरु साहिबान के दिव्य हस्तक्षेप से विफल हुई।"

सुखबीर बादल पर छह दिसंबर को स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर नजदीक से गोली चलाई गई थी, लेकिन लेकिन सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मियों ने हमलावर नारायण सिंह चौरा को पकड़ लिया था, जिससे गोली चूक गई थी। अमृतसर की एक अदालत ने 26 मार्च को चौरा को जमानत दे दी थी।

बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी अपनी सुरक्षा हटाने को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की।

मजीठिया ने कहा, "जब वे मेरी आवाज़ दबाने में नाकाम रहे, तो 29 मार्च की शाम को मेरी सुरक्षा वापस ले ली गई।"

उन्होंने यह भी दावा किया कि पंजाब पुलिस ने वर्ष 2021 के मादक पदार्थ मामले में उनके खिलाफ पांचवीं बार नई विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाई है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)