चंडीगढ़, 11 दिसंबर पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन बुधवार को 16वें दिन भी जारी रहा।
डल्लेवाल फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी सहित किसानों की मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बना रहे हैं।
किसानों ने बुधवार को अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू तथा खनौरी बॉर्डर पर जारी अपने आंदोलन की सफलता तथा डल्लेवाल के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के बैनर तले किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी में डेरा डाले हुए हैं।
प्रदर्शनकारी किसानों ने डल्लेवाल को प्रदर्शन स्थल से हटाने से अधिकारियों को रोकने के लिए उनके चारों ओर सुरक्षा घेरा बना दिया है।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने 70 वर्षीय डल्लेवाल के समर्थन में लोगों से बृहस्पतिवार को रात्रि भोज न करने का आग्रह किया।
उन्होंने लोगों से 13 दिसंबर को भाजपा नीत केंद्र सरकार का पुतला जलाने की भी अपील की।
इस बीच, किसानों के विरोध पर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने की इच्छा दोहराई।
पटियाला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘बातचीत ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है। मैं किसानों से हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि वे चर्चा के लिए आगे आएं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हमेशा पंजाब के किसानों की चिंता रही है और उन्होंने पहले ही एमएसपी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी लागू कर दी है।’’
बिट्टू ने डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता व्यक्त की।
पंजाब के मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) की प्रदेश इकाई के प्रमुख अमन अरोड़ा ने केंद्र से किसान आंदोलन को समझने और उनके मुद्दों को हल करने के लिए प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने का आग्रह किया।
बिट्टू के बयान पर एक सवाल के जवाब में अरोड़ा ने कहा, ‘‘अगर आप उनके (बिट्टू) पिछले बयानों को देखें तो यह 360 डिग्री का बदलाव है। कभी वह किसानों के खिलाफ अभद्र का इस्तेमाल करते हैं और कभी कहते हैं कि वह उनके साथ हैं।’’
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