नयी दिल्ली, 11 फरवरी राज्यसभा की कार्यवाही आम बजट 2022-23 पर हुई चर्चा का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा जवाब दिए जाने के बाद शुक्रवार को 14 मार्च सुबह दस बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी और इसी के साथ उच्च सदन में बजट सत्र का पहला चरण संपन्न हुआ।
कार्यवाही स्थगित करने से पहले उपसभापति हरिवंश ने बजट सत्र के पहले चरण में उच्च सदन में जिस तरह से कामकाज हुआ, उसे लेकर सभापति एम वेंकैया नायडू और अपनी तरफ से प्रसन्नता जतायी।
उन्होंने कहा कि इस दौरान एक बार भी ऐसा मौका नहीं आया जब सदन को (व्यवधान और शोरगुल की) विवशता के कारण स्थगित करना पड़ा। उन्होंने कहा कि बजट सत्र के पहले चरण में उच्च सदन में निर्धारित समय से आधे घंटे अधिक कामकाज हुआ।
हरिवंश ने कहा कि इसका श्रेय सदन के प्रत्येक सदस्य को जाता है। उन्होंने कहा कि इसके कारण सदस्य राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग ले सके। उन्होंने कि बजट सत्र के पहले चरण में सदन में 51 तारांकित प्रश्न पूछे गए वहीं लोक महत्व के 50 मुद्दे एवं शून्यकाल में विभिन्न मुद्दे उठाये गये।
उपसभापति ने सदन के सभी वर्गों को सकारात्मक भावना के साथ कामकाज करने की बधाई दी और उम्मीद जतायी कि आगे भी सदन इसी भावना के साथ काम करता रहेगा।
उल्लेखनीय है कि संसद के बजट सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ हुई थी। उसी दिन दोनों सदन में आर्थिक समीक्षा पेश की गयी थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को संसद के दोनों सदनों में आम बजट एवं संबंधित दस्तावेज रखे थे। दो फरवरी से दोनों सदनों में पहले राष्ट्रपति अभिभाषण और फिर आम बजट पर चर्चा की गयी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया था।
सदन में चार फरवरी को शुक्रवार होने के कारण गैर सरकारी कामकाज हुआ था किंतु सभी दलों के बीच बनी सहमति के कारण आज सदन में गैर सरकारी कामकाज नहीं हुआ।
बजट सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से आठ अप्रैल तक चलने का कार्यक्रम है।
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