कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने की महिला पंचायत अधिकारी आत्महत्या के मामले की विस्तृत जांच की मांग
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने युवा पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय की कथित आत्महत्या के मामले में रविवार को निष्पक्ष जांच की मांग की. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा कि बलिया में पदस्थ युवा एवं ईमानदार अधिकारी ने अपने विभाग की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठाए थे.
नई दिल्ली, 12 जुलाई: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने युवा पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय की कथित आत्महत्या के मामले में रविवार को निष्पक्ष जांच की मांग की. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा कि बलिया में पदस्थ युवा एवं ईमानदार अधिकारी ने अपने विभाग की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठाए थे.
उन्होंने पत्र में कहा, “सामने आ रहे तथ्य व्यवस्था में गहरे भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हैं. मणि मंजरी के परिवार और ईमानदारी से काम करने वाले सभी अधिकारियों को न्याय दिलाने के लिए इस मामले में विस्तृत एवं निष्पक्ष जांच बहुत जरूरी है.” फेसबुक पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि अधिकारी का परिवार अचानक घटी इस दुखद घटना से बेहद हताश है.
प्रियंका ने कहा, “परिवार के सदस्यों का कहना है कि निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि निष्पक्ष जांच कराई जाए और सभी तथ्य सामने लाए जाएं. मुझे उम्मीद है कि मणि मंजरी राय के परिवार को न्याय मिलेगा.” राय (27) ने पिछले सोमवार को किराए के अपने घर में फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी जबकि उनके पिता का दावा है कि राय की “हत्या” की गई है.
अधिकारी के भाई विजय आनंद राय ने आरोप लगाया है कि, “लोगों ने भुगतान और नए काम के लिए निविदा को लेकर उनपर अनुचित तरीके से दबाव डाला.” अधिकारी का परिवार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में रहता है. मौके से मिले सुसाइड नोट में, राय ने कहा था कि उनके साथ “धोखा हुआ और उन्हें कुछ गलत काम करना पड़ा.” राय मनिया नगर पंचायत की कार्यकारी अधिकारी थीं और यह बलिया में उनकी पहली तैनाती थी.
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