गंगा की तरह पवित्र है प्रधानमंत्री की सोच और समर्पण भाव: केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू
Union Minister Kiren Rijiju

नयी दिल्ली, 8 फरवरी : केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने बुधवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच और समर्पण का भाव ‘‘गंगा नदी की तरह पवित्र’’ है. उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि विपक्ष कितना गुमराह कर ले, लेकिन देश प्रधानमंत्री मोदी के साथ है. कानून मंत्री रीजीजू ने कहा कि अफसोस की बात है कि कांग्रेस के नेता और कुछ सदस्यों ने ऐसी बातों का जिक्र किया जिसका अभिभाषण से कोई लेनादेना नहीं है.

उनका कहना था, ‘‘सदन नियम से चलता है और इसकी एक परंपरा है. राहुल गांधी 2004 से इस सदन में हैं. उम्मीद कर रहा था कि राहुल जी अनुभवी होंगे, बहुत कुछ सीखें होंगे...जब सदन का दुरुपयोग होता है तो दुख होता है.’’ राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा करने के बाद अच्छी बातें बतानी चाहिए थी. नकारात्मक बातें की गईं जिससे देश और सदन का कोई लाभ नहीं होगा.’’ केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा, ‘‘इसमें कोई मतभेद नहीं है कि 2014 तक रोजाना घोटाले और भ्रष्टाचार की बात सामने आती थी. लोगों का नेताओं और सरकार पर विश्वास कम हो गया था. नरेन्द्र मोदी जी ने यह विश्वास फिर से कायम किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जैसे गंगा नदी पवित्र है, प्रधानमंत्री जी की सोच और समर्पण भाव उसी तरह पवित्र है.’’ यह भी पढ़ें : नगर निगम ने स्टॉल लगाने की अनुमति देकर फुटपाथ के उद्देश्य को विफल कर दिया: बंबई उच्च न्यायालय

रीजीजू ने कहा, ‘‘ पिछले लोकसभा चुनाव में चौकीदार चोर है का नारा दिया गया तो जनता ने करारा जवाब दिया. मुझे लगा कि वह सीख लेंगे. फिर उससे बड़ी गलती कर रहे हैं. जनता पहले से भी ज्यादा बड़ा जवाब देगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सदन में झूठ बोलने के लिए राहुल गांधी जी पर किसने दबाव बनाया? देश को समस्या नहीं है, समस्या इनको है.’’ मंत्री ने राहुल के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी देश के काम के लिए विदेश जाते हैं. वह छुट्टियां मनाने नहीं जाते. हम जानते हैं कि राहुल गांधी किस लिए विदेश जाते हैं.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘पाकिस्तान की और कांग्रेस की में हमेशा क्यों तालमेल होता है? आप ऐसी क्यों बोलते हैं जिससे देश को नुकसान होता है. ’’