पुणे/महाराष्ट्र, 23 जुलाई: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य स्वामी गोविंद देवगिरि महाराज ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के पांच अगस्त को भूमि पूजन समारोह में शामिल होंगे. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस समारोह में सभी मुख्यमंत्रियों को भी अवश्य ही आमंत्रित किया जाना चाहिए. स्वामी गोविंद देवगिरि महाराज ने कहा, "प्रधानमंत्री राम मंदिर के भूमि पूजन के लिये पांच अगस्त को अयोध्या आने को सहमत हो गये हैं. वह वहां करीब डेढ़ घंटे रूकेंगे. इससे पहले, ये अटकलें थी कि वह डिजिटल माध्यम से समारोह में शामिल होंगे, लेकिन मैंने आग्रह किया कि यह व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर किया जाना चाहिए."
स्वामी गोविंद को किशोरजी व्यास के नाम से भी जाना जाता है. यह पूछे जाने पर कि क्या महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भूमि पूजन समारोह के लिये आमंत्रित किया जाएगा, उन्होंने कहा, "उन्हें अवश्य ही आमंत्रित किया जाना चाहिए." उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ठाकरे को आमंत्रित नहीं करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है. उन्हें अवश्य आमंत्रित किया जाना चाहिए. मुझे लगता है कि किसी को आमंत्रित नहीं करने का कोई मतलब नहीं है. हमें सभी मुख्यमंत्रियों, प्रख्यात संतों और सामाजिक नेताओं को अवश्य ही आमंत्रित करना चाहिए."
उन्होंने कहा, "लेकिन कोविड-19 के चलते पैदा हुई कुछ व्यावहारिक समस्याओं पर विचार करते हुए और चूंकि प्रधानमंत्री वहां आ रहे हैं, ऐसे में सिर्फ वे लोग वहां आ सकते हैं जो लखनऊ (हवाईअड्डा पर) उतर सकें और सड़क मार्ग से अयोध्या आ सकें क्योंकि वहां हेलीकॉप्टर नहीं उतर सकता." न्यास के सदस्य ने कहा, "मेरे अनुसार, दिवंगत बालासाहेब ठाकरे एक महान नायक थे, जिन्होंने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण पर जोर दिया था." शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा था कि उद्धव ठाकरे राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन समारोह के लिये निश्चित रूप से जाएंगे.
यह पूछे जाने पर कि क्या ठाकरे को समारोह के लिये कोई आमंत्रण मिला है, राउत ने कहा था, यह आएगा. मंदिर के सिलिसले में राकांपा प्रमुख शरद पवार के एक हालिया बयान के बारे में पूछे जाने पर स्वामी ने कहा, "लोग मोदीजी से इतना प्रेम करते हैं कि वे हमेशा उनके बारे में बात करना पसंद करते हैं." उल्लेखनीय है कि पवार ने कहा था कि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बनने से कोविड-19 महामारी के उन्मूलन में मदद मिलेगी.
स्वामी ने कहा, "वे लोग हमेशा ही उनके (मोदी के) बारे में या उनके खिलाफ बात करने का मौका तलाशने की कोशिश करते हैं. यदि कोई समर्थन में बोलता है तो यह खबर नहीं बनती है लेकिन यदि कोई विरोध में बोलता है तो यह खबर बन जाती है और ऐसे लोग हैं, जो हमेशा ही खबरों में बने रहना चाहते हैं तथा इसिलए वे बोलते हैं." उन्होंने कहा कि मंदिर का भूमि पूजन समारोह इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि इसके लिये पांच सदियों का इंतजार करना पड़ा है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)