Punjab: प्रकाश सिंह बादल ने अंतिम बार विधानसभा चुनाव 2017 में जीता था, अमरिंदर सिंह को दी थी शिकस्त
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के दिवंगत नेता प्रकाश सिंह बादल ने अंतिम बार विधानसभा चुनाव 2017 में जीता था, जब उन्होंने लंबी सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार अमरिंदर सिंह को हराया था.
चंडीगढ़, 26 अप्रैल: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के दिवंगत नेता प्रकाश सिंह बादल ने अंतिम बार विधानसभा चुनाव 2017 में जीता था, जब उन्होंने लंबी सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार अमरिंदर सिंह को हराया था. चुनाव प्रचार के दौरान सिंह ने बादल पर जमकर हमला बोला था, लेकिन उन्हें (सिंह को) 22,770 मतों के अंतर से शिकस्त मिली थी. यहां तक कि शिअद-भाजपा गठजोड़ को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. यह भी पढ़ें: Parkash Singh Badal Dies: राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केजरीवाल समेत कई विपक्षी नेताओं ने बादल के निधन पर दुख जताया
यह संभवत: बादल के लिए सबसे कड़ी चुनौती थी, जो उस वक्त 89 वर्ष की आयु में चुनाव मैदान में एक त्रिकोणीय मुकाबले में थे क्योंकि आम आदमी पार्टी (आप) ने जरनैल सिंह को उम्मीदवार बनाया था. पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे और अलग पंजाबी भाषी राज्य के लिए आंदोलन का हिस्सा रहे बादल का मंगलवार को चंडीगढ़ के पास मोहाली में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. सांस लेने में समस्या होने के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 95 वर्ष के थे.
पिछले साल (2022) विधानसभा चुनाव में शिअद ने बादल को एक बार फिर से पंजाब के मुक्तसर जिला स्थित लंबी सीट से उम्मीदवार बनाया था। हालांकि, वह हार गये लेकिन देश में चुनाव लड़ने वाले सर्वाधिक उम्रदराज व्यक्ति होने का रिकार्ड उनके नाम दर्ज हो गया.
बठिंडा जिले में स्थित बादल गांव के सरपंच बनने के बाद शुरू हुए उनके लंबे राजनीतिक करियर में यह उनका 14वां चुनाव था। वह 11 बार विधायक निर्वाचित हुए. अमरिंदर सिंह ने 2017 का चुनाव दो सीट से लड़ा था. अपनी पारंपरिक पटियाला सीट के अलावा वह लंबी में बादल के खिलाफ भी चुनाव लड़े. सिंह ने तत्कालीन मुख्यमंत्री पर शिअद-भाजपा शासन के लगातार दो कार्यकाल के दौरान पंजाब को बर्बाद करने का आरोप लगाया.
सिंह ने उस समय कहा था, ‘मैं बादल पिता-पुत्र को उनके अपराधों के लिए सबक सिखाउंगा। मैं बेअदबी के सभी मामलों की जांच कराउंगा और यदि वे (बादल पिता-पुत्र) दोषी पाये गये तो मैं उन्हें जेल में डाल दूंगा.’’ सिखों के धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी का मामला 2017 के चुनाव में एक बड़ा मुद्दा था.
अमरिंदर सिंह ने बादल के बेटे एवं शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को भेजे अपने शोक संदेश में कहा कि वह इस अपूरणीय क्षति को लेकर परिवार का दुख साझा करते हैं. सिंह ने कहा कि उनकी अनुपस्थिति लंबे समय तक खलेगी.
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