नयी दिल्ली, पांच नवंबर भारतीय जनता पार्टी अगले साल फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रदूषण के मुद्दे को अपनी प्रचार रणनीति के केंद्र में रखेगी। पार्टी नेताओं ने यह जानकारी दी।
भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि इसके साथ ही, भ्रष्टाचार, सड़कों की खराब स्थिति, जलापूर्ति और खराब बुनियादी ढांचे जैसे मुद्दों को लेकर विपक्षी पार्टी चुनाव में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को घेरेगी ।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण पार्टी के मुख्य चुनावी मुद्दों में से एक है। शहर की वायु गुणवत्ता खराब होती जा रही है, मंगलवार को कुछ इलाकों में यह गंभीर श्रेणी के करीब पहुंच गई।
भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली भाजपा खतरनाक हवा के साथ-साथ यमुना नदी में जहरीले झाग के मुद्दे को लेकर आप पर लगातार हमले कर रही है।
सचदेवा ने जोर देकर कहा, ‘‘केवल वायु प्रदूषण ही नहीं, दिल्ली में अत्यधिक प्रदूषित यमुना को साफ करने में आप सरकार की विफलता एक और मुद्दा है जो हर दिल्लीवासी को परेशान करता है। वायु गुणवत्ता खराब होने के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। हम आप सरकार को (इस मामले में) यूं ही नहीं छोड़ सकते।’’
शहर की वायु गुणवत्ता में गिरावट के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान तेजी पकड़ रहा है । सोमवार को शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 381 दर्ज किया गया था, जो देश में दूसरा सबसे अधिक है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर ऐप के डेटा, जो प्रति घंटे वायु गुणवत्ता सूचकांक को अद्यतन करता है, से पता चला है कि 38 निगरानी स्टेशनों में से 13 में सूचकांक 400 से ऊपर था जो गंभीर श्रेणी में है ।
दिल्ली भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सर्दियों के दौरान विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार में तेजी आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि हवा की खराब गुणवत्ता का मुद्दा निश्चित रूप से चुनाव में उठेगा और पार्टी इसका इस्तेमाल आप पर हमला करने के लिए करेगी।
यमुना नदी में प्रदूषण का मुद्दा भी जोर पकड़ रहा है क्योंकि दिल्ली में बसे लाखों पूर्वांचली अपना सबसे प्रमुख त्योहार छठ मना रहे हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सचदेवा ने हाल में यमुना के काले दुर्गंधयुक्त पानी में डुबकी लगाई और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर 2025 तक नदी की सफाई के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
बचाव में आप नेताओं ने भाजपा शासित उत्तर प्रदेश और हरियाणा पर पराली जलाने और औद्योगिक कचरा यमुना में छोड़ने पर रोक नहीं लगाने का आरोप लगाया है।
आप ने एक दशक से अधिक समय से दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य पर अपना दबदबा बनाए रखा है और विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस को लगभग खत्म कर दिया है।
पार्टी ने 2015 और 2020 में दिल्ली के विधानसभा चुनावों में क्रमशः 70 में से 67 और 62 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा 2015 और 2020 के चुनावों में क्रमशः तीन और आठ सीटें जीतने में सफल रही, दोनों चुनावों में कांग्रेस की संख्या शून्य थी।
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