तिरुचिरापल्ली, 27 जनवरी : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने किसी व्यक्ति के महिमामंडन के खिलाफ डॉ. बी आर आंबेडकर की चेतावनी को शुक्रवार को रेखांकित किया और ‘तर्क व संवाद’ पर आधारित राजनीतिक संस्कृति को अपनाने का आह्वान किया. यहां विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) के ‘लोकतंत्र की जीत होगी’ सम्मेलन में खरगे का संबोधन कांग्रेस के लोकसभा सदस्य एस. थिरुनावुक्कारासर ने पढ़ा. इससे पहले रात साढ़े नौ बजे वीसीके ने घोषणा की कि कांग्रेस के शीर्ष नेता बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगे.
कांग्रेस प्रमुख को यह कहते हुए उद्धृत किया गया कि आंबेडकर ने अंधभक्ति के खतरों को पहले ही भांप लिया था; चाहे वह राजनीति हो या धर्म. संविधान के वास्तुकार आंबेडकर ने व्यक्तित्व के महिमामंडन के खिलाफ चेतावनी दी और ‘‘हमारे राजनीतिक विमर्श में तर्कसंगत सोच और न्याय के लिए प्रतिबद्धता’’ की आवश्यकता पर जोर दिया. यह भी पढ़ें : Maratha Reservation Ended: महाराष्ट्र सरकार ने मराठाओं की मांगें मानीं, आंदोलन समाप्त
उन्होंने कहा, ‘‘आज, जब हम एक ऐसे राष्ट्र की ओर बढ़ रहे हैं, जहां व्यक्तित्व अक्सर सिद्धांतों पर हावी हो जाता है, आइए हम आंबेडकर के सिद्धांतों का पालन करें और तर्क, संवाद और समावेशिता पर आधारित राजनीतिक संस्कृति के लिए प्रयास करें.’’ खरगे ने विभिन्न मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए अपने संबोधन में ये टिप्पणियां कीं.