देश की खबरें | म्यामां में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज की

म्यामां संकट ने शुक्रवार को उस वक्त नाटकीय मोड़ ले लिया जब संयुक्त राष्ट्र में देश के राजदूत ने बेदखल की गई आंग सान सू ची सरकार के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी वफादारी घोषित की और संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सेना पर सत्ता छोड़ने का दबाव बनाने की अपील की।

देश के दो सबसे बड़े शहरों यांगून और मांडले में कई गिरफ्तारियां की गई हैं। इन दोनों शहरों में प्रदर्शनकारी सू ची की सरकार को बहाल करने की मांग करने के लिए रोजाना सड़कों पर उतर कर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हैं। सू ची की 'नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी' ने पिछले साल नवंबर में हुए चुनाव में जबर्दस्त जीत दर्ज की थी।

पुलिस जुंटा सरकार द्वारा पांच या अधिक लोगों के जमा होने पर लगाई गई रोक को लागू कर रही है। कई अन्य शहरों और कस्बों में भी एक फरवरी को किए गए तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं।

पुलिस ने यांगून में शनिवार तड़के हेलडन सेंटर चौराहा से लोगों की गिरफ्तारी शुरू कर दी। यह चौराहा प्रदर्शनकारियों के जमा होने का केंद्र बन गया था। बाद में प्रदर्शनकारी शहर में फैल गए। पुलिस ने इसी तरह की कार्रवाई आवासीय इलाकों में भी की।

सुरक्षा बलों ने मांडले में भी प्रदर्शनों को रोकने की कोशिश की जहां पर अहम चौराहों और प्रदर्शनों के नियमित स्थानों पर अवरोधक लगाए गए हैं और बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है।

स्वतंत्र ' असिस्टेंस एसोसिशन ऑफ पॉलिटिकल प्रीजनर्स ' के मुताबिक, मांडले में कई हिंसक टकराव हो चुके हैं। देश में प्रदर्शनों के दौरान आठ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जिनमें से कम से कम चार की मौत मांडले में हुई है।

शुक्रवार को कम से कम तीन लोग जख्मी हुए हैं जिनमें से दो को छाती में रबड़ की गोली लगी है जबकि अन्य के पैर में गोली लगी है।

संघ के मुताबिक, 771 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 689 को हिरासत में लिया गया है।

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