बेंगलुरु, 10 मार्च : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) 12 मार्च को कर्नाटक का दौरा करेंगे, जहां वह करीब 16,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस-वे (Bangalore-Mysuru Expressway) राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस परियोजना में राष्ट्रीय राजमार्ग-275 के बेंगलुरु-निडाघट्टा-मैसूरु खंड को छह लेन का बनाया जाना भी शामिल है. एक सरकारी बयान में कहा गया है कि 118 किलोमीटर लंबी इस परियोजना को करीब 8,480 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित किया गया है. इस बुनियादी ढांचा परियोजना से बेंगलुरु और मैसूरु के बीच की यात्रा-अवधि लगभग 3 घंटे से घटकर करीब 75 मिनट रह जायेगी. इससे क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री मैसूरु-कुशलनगर चार लेन राजमार्ग की आधारशिला भी रखेंगे. 92 किलोमीटर लंबी इस परियोजना को करीब 4,130 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा.
यह परियोजना बेंगलुरु के साथ कुशलनगर के परिवहन संपर्क को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यात्रा-अवधि को लगभग 5 से घटाकर केवल 2.5 घंटे करने में मदद करेगी. इसके बाद मोदी हुब्बल्लि जाएंगे जहां वह आईआईटी, धारवाड़ राष्ट्र को समर्पित करेंगे. संस्थान की आधारशिला फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रखी गई थी. करीब 850 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित यह संस्थान वर्तमान में चार साल के बीटेक कार्यक्रम, पांच वर्षीय बीएस-एमएस कार्यक्रम, एम टेक और पीएचडी पाठ्यक्रम मुहैया कराता है. प्रधानमंत्री श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म का भी लोकार्पण करेंगे. इस रिकॉर्ड को हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता दी गई है. 1507 मीटर लंबे इस प्लेटफॉर्म को लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है. प्रधानमंत्री इस क्षेत्र में संपर्क को बढ़ावा देने के लिए होसपेटे-हुबली-तीनाईघाट खंड के विद्युतीकरण और होसपेटे स्टेशन के उन्नयन का लोकार्पण करेंगे. करीब 530 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित, विद्युतीकरण परियोजना विद्युत कर्षण पर निर्बाध ट्रेन संचालन की सुविधा देती है. यह भी पढ़ें : भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही सपा, अखिलेश यादव भाजपा की ‘बी’ टीम: उमाशंकर सिंह
पुनर्विकसित होसपेटे स्टेशन यात्रियों को आरामदायक और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा. इसे हम्पी स्मारकों के अनुरूप डिजाइन किया गया है. बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री हुबली-धारवाड़ स्मार्ट सिटी की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत लगभग 520 करोड़ रुपये है. ये प्रयास सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाकर जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि करेंगे और शहर को भविष्य की जरूरतों के अनुरूप एक शहर में बदल देंगे. प्रधानमंत्री इस यात्रा के दौरान जयदेव अस्पताल और शोध केंद्र की भी आधारशिला रखेंगे. करीब 250 करोड़ रुपये की लागत से इस अस्पताल को विकसित किया जाएगा. इस क्षेत्र में जल आपूर्ति को और बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री धारवाड़ बहु-ग्राम जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखेंगे, जिसे 1040 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा. बयान के मुताबिक वे तुप्पारीहल्ला बाढ़ क्षति नियंत्रण परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे, जिसे लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा. इस परियोजना का उद्देश्य बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करना है. परियोजना में दीवारों को बनाए रखना और तटबंधों का निर्माण करना शामिल हैं. यह इस साल मोदी की छठी कर्नाटक यात्रा है, जहां अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं.