नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स में रिपोर्ट करने वाले खिलाड़ियों को हवाई और रेलगाड़ी के टिकट दिये जा रहे हैं और कोविड-19 महामारी के कारण पैदा हुई स्थिति को देखते हुए इनमें से कुछ को दीवाली के बाद केंद्रों में पहुंचने की अनुमति दी गयी है।
साई ने अपने संबंधित राष्ट्रीय सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स में आने वाले खिलाड़ियों के लिये परिवहन की व्यवस्था की है।
साई ने बयान में कहा, ‘‘जो खिलाड़ी 500 किलोमीटर की दूरी से आ रहे हैं उन्हें हवाई यात्रा का टिकट दिया जा रहा है जबकि 500 किलोमीटर से कम दूरी से आ रहे खिलाड़ी रेलवे के वातानुकूलित तीसरी श्रेणी में यात्रा कर सकते हैं। ’’
तोक्यो और फिर पेरिस ओलंपिक को देखते हुए अधिकतर खिलाड़ियों ने महामारी के कारण कई महीनों तक घर में रहने के बाद साई केंद्रों पर अभ्यास शुरू कर दिया है।
अभ्यास शिविरों से जुड़ने वाले खिलाड़ियों को अनिवार्य पृथकवास पर रहना होगा और आरटी पीसीआर परीक्षण करवाना होगा।
साई ने कहा, ‘‘जो खिलाड़ी 2024 ओलंपिक के लिये अभ्यास कर रहे हैं उनमें से 96 प्रतिशत खिलाड़ियों ने औरंगाबाद, भोपाल, बेंगलुरू, दिल्ली, लखनऊ, रोहतक और सोनीपत स्थित साई केंद्रों पर रिपोर्ट कर दी है। ’’
खिलाड़ी जब साई के जैव सुरक्षित वातावरण में प्रवेश कर लेगा तो उसे शिविर छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसलिए खिलाड़ियों को एक नवंबर तक या दीवाली के बाद शिविर से जुड़ने के विकल्प दिये गये हैं।
खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा, ‘‘तोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले हमारे खिलाड़ियों ने अभ्यास शुरू कर दिया है और मुझे खुशी है कि इस चरण में भी कई खिलाड़ी शिविरों से जुड़ गये हैं। इससे पता चलता है कि खिलाड़ियों को खेल गतिविधियां शुरू करने के लिये साई द्वारा तैयार की गयी एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) पर कितना विश्वास है। ’’
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