जयपुर, 22 मार्च राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने चिकित्सकों से राज्य के पिछड़े क्षेत्रों, गांवों, आदिवासी व जनजाति क्षेत्रों में अपनी सेवाऐं देने के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य करने का आह्वान किया।
मिश्र सोमवार को राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, जयपुर के छठे दीक्षांत समारोह को कुलाधिपति के रूप में ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने प्रतिभावान चिकित्सकों को देश के भीतर ही उचित चिकित्सकीय एवं शोध परिवेश प्रदान करेन के लिए गंभीर होकर काम करने की आवश्यकता बतायी।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में नवीन विषयों, सम्भावनाओं व चुनौतियों पर शोध की अनंत संभावनाएं हैं। विश्वविद्यालय इन पर अपना ध्यान केन्द्रित करे।
राज्यपाल ने जनता से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन (स्वरूप) के फैलाव को देखते हुए संबंधित प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन किया जाए तथा होली का त्योहार विशेष सावधानी और सतर्कता रखते हुए मनाया जाए।
इस अवसर पर नीति आयोग के सदस्य डा. वी. के. पॉल ने कहा कि दीक्षा प्राप्त कर अपने पेशेवर जीवन की शुरूआत कर रहे चिकित्सा एवं अन्य संकायों के विद्यार्थी उत्कृष्टता को अपनी आदत बनायें।
दीक्षांत समारोह के दौरान मेडिसीन, डेन्टल, फार्मेसी, नर्सिंग, फिजियोथैरेपी, आक्यूपेशनल थैरेपी के स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में सर्वोत्तम अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक तथा कुलाधिपति पदक प्रदान किया गया।
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