नयी दिल्ली, 23 दिसंबर दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम संसद परिसर में हुई उस धक्का-मुक्की के सिलसिले में 24 दिसंबर को संसद का दौरा कर सकती है जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो सांसद घायल हो गये थे। एक आधिकारिक सूत्र ने सोमवार को यह जानकारी दी।
बी आर आंबेडकर के कथित अपमान को लेकर 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों के बीच हुई धक्का-मुक्की में पूर्व मंत्री एवं ओडिशा से सांसद प्रताप चंद्र सारंगी और उत्तर प्रदेश के मुकेश राजपूत घायल हो गए थे।
भाजपा ने राहुल गांधी पर दोनों सांसदों को धक्का देने और अपनी पार्टी के अन्य सदस्यों को उकसाने का आरोप लगाया, लेकिन कांग्रेस नेता ने इस आरोप को खारिज किया है।
उसी दिन, पुलिस ने मामले के संबंध में राहुल गांधी और अन्य पर मामला दर्ज किया था और जांच अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दी थी।
पुलिस के एक सूत्र ने कहा कि अपराध शाखा के अंतरराज्यीय प्रकोष्ठ (आईएससी) की एक टीम को जांच का काम सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि टीम के मंगलवार को संसद परिसर में घटना स्थल का दौरा करने की संभावना है।
सूत्र ने कहा, ‘‘टीम संसद सचिवालय से मंजूरी का इंतजार कर रही है और जैसे ही उसे मंजूरी मिलेगी, वह अपराध स्थल का दौरा करके सीसीटीवी फुटेज देखेगी।’’
नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि टीम दो घायल सांसदों के बयान भी दर्ज करेगी लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति कैसी है।
अधिकारी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर आने वाले दिनों में अन्य गवाहों के बयान भी दर्ज किए जा सकते हैं। सिर में चोट लगने से घायल सारंगी और राजपूत को सोमवार को राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
एक चिकित्सक ने कहा, ‘‘दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है।’’ दोनों नेताओं को गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया था और शनिवार को उन्हें एक वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया था।’’
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