नयी दिल्ली, 7 जनवरी : अशोका यूनिवर्सिटी के सह-संस्थापकों विनीत गुप्ता और प्रणव गुप्ता ने बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय के सभी बोर्ड और समितियों के पद छोड़ दिये. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 1,626 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में पिछले हफ्ते उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था.
दोनों चंडीगढ़ की दवा कंपनी पैराबोलिक ड्रग्स लिमिटेड के निदेशक भी हैं और उन पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और अन्य बैंकों के साथ कथित रूप से 1,626 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. सोनीपत में स्थित विश्वविद्यालय ने कहा कि उसका पैराबोलिक ड्रग्स लिमिटेड और उसके निदेशकों के खिलाफ सीबीआई जांच से कोई लेनादेना नहीं है और किसी तरह के तार जोड़ने का प्रयास ‘गुमराह करने वाला’ है. यह भी पढ़ें : बुली बाई ऐप का ‘‘ मास्टरमाइंड’’ प्रतिभाशाली छात्र, पर कक्षा में अब तक नहीं आया : कॉलेज अधिकारी
उसने कहा, ‘‘अशोका में उच्च मानदंडों के अनुरूप विनीत और प्रणव गुप्ता पहले ही स्वेच्छा से सीबीआई की जांच चलने तक विश्वविद्यालय के सभी बोर्ड और समितियों को छोड़ चुके हैं और जांच में पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं.’’