विदेश की खबरें | फलस्तीनी नागरिक दक्षिणी गाजा में युद्ध के नए दौर से बचने की कोशिश कर रहे
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर खान यूनिस में फलस्तीनी चिकित्सक नसीम हसन (48) ने कहा कि हर जगह फैले मरीजों के कारण नासिर अस्पताल से गुजरना असंभव हो गया है। उन्होंने कहा कि जब वह अस्पताल के हॉल से गुजरे तो भयग्रस्त मरीज उनकी बांह पकड़कर खींचने लगे।

हसन ने कहा कि वे खून से सने फर्श पर कराहते रहे, सोये और मर गए।

डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने कहा, 350 बिस्तरों वाले अस्पताल में उनके मुख्य कर्मचारियों को 1,000 से अधिक रोगियों की आमद से निपटने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

हसन ने कहा "जब मैं एक पल के लिए इसके बारे में सोचता हूं, तो मेरी आंखें नम हो जाती हैं। "

संयुक्त राष्ट्र मॉनिटर्स ने कहा कि अस्पताल को 29 नवंबर के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहली खेप मिली। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लगभग 4,500 रोगियों के लिए क्षेत्र में राहत सामग्री आपूर्ति पहुंचाई।

हाल के दिनों में, इजराइली टैंक दक्षिणी गाजा में घुस गए हैं, जिसकी शुरुआत खान यूनिस से हुई।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह युद्ध के एक नये दौर की शुरूआत है।

मंत्रालय के अनुसार युद्ध में पहले ही 17,000 फलस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं। वहीं संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 19 लाख लोगों को इससे विस्थापित होना पड़ा।

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