श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) से पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमले की साजिश रच रहे एक पाकिस्तानी आतंकवादी (Terrorists) के कुलगाम (Kulgam) जिले में एक मुठभेड़ (Encounter) में मारे जाने से सुरक्षा बलों (Security Forces) को बड़ी सफलता मिली है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रात भर चली मुठभेड़ उस समय शुरू हुई थी जब एक इमारत में छिपे दो आतंकवादियों ने जम्मू-श्रीनगर (Jammu-Srinagar) राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीएसएफ (BSF) के काफिले पर “अंधाधुंध” गोलीबारी शुरू कर दी. Jammu and Kashmir: कुलगाम में BSF के काफिले पर आतंकी हमला, मुठभेड़ जारी- 3 दहशतगर्द घिरे
सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की आवाजाही की निगरानी के लिए ड्रोनों की मदद ली. कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने कहा कि मारे गए आतंकवादी की पहचान पाकिस्तान के उस्मान के रूप में हुई है, जो पिछले छह महीनों से सक्रिय एक ''खतरनाक आतंकवादी'' था.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि कुलगाम के मालपोरा क्रॉसिंग के पास आतंकवादियों ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे बीएसफ के एक काफिले पर हमला कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘ राजमार्ग पर तैनात सीआरपीएफ और पुलिस की त्वरित , प्रभावी एवं तत्काल जवाबी कार्रवाई ने न केवल हमले को विफल किया बल्कि सुरक्षाकर्मियों, आम नागिरकों समेत बेशकीमती जिंदिगियां बचा दी और साथ ही आतंकवादी को एक बिल्डिंग में घेर लिया गया.’’
प्रवक्ता ने बताया कि सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की ‘मजबूत टीम तुरंत मुठभेड़ स्थल पर पहुंच गयी. उन्होंने बताया कि कश्मीर के आईजीपी और सेना के दक्षिण कश्मीर स्थित विक्टर फोर्स के जीओसी मौके पर पहुंचे और उन्होंने जमीनी स्थिति का जायजा लिया एवं देर रात तक अभियान का निरीक्षण किया.
अधिकारी ने बताया कि इमारत की विशाल एवं कंक्रीट संरचना को देखते हुए तथा नुकसान कम से कम करने के लिए ड्रोनों की मदद ली गयी ताकि अंदर छिपे आतंकवादियों की निगरानी की जा सके. उन्होंने कहा, ‘‘ इस अभियान के दौरान दो ड्रोन नष्ट हो गये.’’
प्रवक्ता के अनुसार सुरक्षाबलों ने आसपास से 22 नागरिकों को सुरक्षित ढंग से बाहर निकाला. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान के उस्मान नामक एक विदेशी आतंकवादी को मार डाला जिसका संबंध लश्कर ए तैयबा से था.
उन्होंने बताया कि आतंकवादियों की अंधाधुंध गोलीबारी में एक सीआरपीएफ जवान, एक सैन्यकर्मी और दो नागरिक घायल हो गये. उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया.
प्रवक्ता के अनुसार प्राथमिक जांच, हथियारों एवं अन्य सामानों की बरामदगी एवं आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के तौर तरीके से पता चला है कि उनका हमला सुनियोजित था और वे 15 अगस्त से पहले सुरक्षाबलों को अधिकाधिक नुकसान पहुंचाना चाहते थे , निर्धारित कार्यक्रमों में बाधा डालना चाहते थे और लोगों में भय पैदा करना चाहते थे.
उन्होंने कहा, '' लेकिन पुलिस एवं सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम आतंकवादियों की नापाक साजिश विफल करने और स्वतंत्रता दिवस से पहले एक बड़ी त्रासदी को टालने में सफल रही.’’
आईजीपी ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से जानकारी मिल रही थी कि ''आतंकवादी बारामूला-श्रीनगर रोड या काजीगुंड-पंथा चौक से राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमला करने की साजिश रच रहे थे.''
कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''इसलिए, पुलिस और सुरक्षा बल तैयार थे. इससे पता चलता है कि सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया कितनी अच्छी रही है कि जवाबी कार्रवाई के दौरान आतंकवादी को भागने नहीं दिया गया.''
उन्होंने कहा कि जब बीएसएफ का काफिला आ रहा था तब ''दो आतंकवादियों ने एक विशाल इमारत से अंधाधुंध गोलीबारी की, लेकिन हमें कोई चोट नहीं आई.''
कुमार ने कहा, ''सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और मुठभेड़ शुरू हो गई. जीओसी (सेना के दक्षिण कश्मीर स्थित जनरल ऑफिसर कमांडिंग) विक्टर फोर्स और मैंने रात के दौरान ऑपरेशन की निगरानी की. हमने रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया और एक आतंकवादी को मार गिराया.''
उन्होंने कहा, ''चूंकि अंधेरे में तलाश करना मुश्किल था, इसलिए सुबह एक पाकिस्तानी आतंकवादी का शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान उस्मान के रूप में हुई है, जो पिछले छह महीने से सक्रिय था.''
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया, जिसमें एक एके-47 राइफल, मैगजीन, ग्रेनेड, आरपीजी-7 रॉकेट लांचर शामिल हैं. कुमार ने कहा कि यह दिखाता है कि '' वे आतंकवादी कोई बड़ी योजना बना रहे थे.''
उन्होंने कहा, ''लंबे समय के बाद (कश्मीर में) आरपीजी-7 बरामद किया गया है और पुलिस व सुरक्षा बलों ने एक बड़ी घटना को टाल दिया है. मुझे पुलिस और सुरक्षा बलों पर गर्व है.'' उन्होंने कहा कि खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादी उस्मान को मारकर बड़ी सफलता मिली है.
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