जम्मू, 16 सितंबर भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंदर सिंह राणा ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद अंत की ओर है और उन्होंने पड़ोसी देश के साथ बातचीत की वकालत करने वाले घाटी के नेताओं पर भी निशाना साधा।
पूर्व विधायक राणा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग शांति के लाभों को पहले से अधिक महसूस कर पा रहे हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद तब तक खत्म नहीं होगा जब तक कि भारत और पाकिस्तान सभी संघर्षों का स्थायी समाधान खोजने के लिए आपस में बातचीत नहीं करते। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा था कि घाटी में खून-खराबा रोकने करने के लिए बातचीत के दरवाजे खोले जाने चाहिए।
इन दोनों नेताओं की यह टिप्पणी हाल ही में हुई मुठभेड़ों के बाद आई थी। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और जम्मू क्षेत्र के राजौरी में मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और एक पुलिस उपाधीक्षक सहित पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।
राणा ने एक बयान में कहा, ‘‘केंद्र ने आतंक और बातचीत एक साथ न चलने की अपनी नीति को बार-बार स्पष्ट किया है और फिर भी जो लोग, किसी भी कारण से, अपनी सीमा लांघकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि भारत ऐसे देश के साथ बातचीत नहीं कर सकता, जो आतंकवाद को बढ़ावा देता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के लोग अब शांति के लाभों को पहले से अधिक महसूस कर पा रहे हैं।’’
आतंकी हमलों की अलग-अलग घटनाओं के बावजूद, राणा ने दोहराया कि सुरक्षा बलों, पुलिस के अभियानों के कारण कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद अंत की ओर है।
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