वाशिंगटन, तीन अगस्त अमेरिका ने कहा है कि अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान की अहम भूमिका रहेगी और पड़ोसी मुल्क में शांति से सबसे अधिक लाभ पाकिस्तान को ही होगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, ‘‘ हम तालिबान को सार्थक बातचीत के लिए प्रेरित करने सहित अफगान शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और दक्षिण एशिया में स्थिरता लाने के पाकिस्तान के प्रयासों की सराहना करते हैं ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ पाकिस्तान को बेहद लाभ मिलने वाला है और उसकी भूमिका अहम रहने वाली है। इसके अलावा वह उन नतीजों को सामने लाने में भूमिका निभाने की स्थिति में है, जो न सिर्फ अमेरिका बल्कि उसके बहुत से अंतरराष्ट्रीय साझेदार चाहते हैं साथ ही जिसकी इच्छा क्षेत्र के बहुत से देश रखते हैं। इसलिए हम काम करना जारी रखेंगे और इस मुद्दे पर पाकिस्तानी साझेदारों के साथ संवाद जारी रखेंगे।’’
पिछले सप्ताह पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोइद यूसुफ ने अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन से मुलाकात की थी।
प्राइस ने कहा,‘‘ (पाकिस्तानी) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने विदेश मंत्री (टोनी ब्लिंकन) से मुलाकात नहीं की।’’
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया के संबंध में चीन के हालिया बयान का जिक्र किया कि शांति प्रक्रिया अफगान नीत और अफगान स्वामित्व वाली होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ तो हितों में कहीं न कहीं मेल है,खासतौर पर उन क्षेत्रों में कि हम अफगानिस्तान में चाहते हैं, पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) अफगानिस्तान में क्या चाहता है और सीमाई अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान में क्या चाहते हैं। हम साझा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए साथ मिल कर काम करने के वास्ते तरीकों की तलाश जारी रखेंगे।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)