नयी दिल्ली, दो अगस्त: मणिपुर में जातीय हिंसा के कारण 14,000 से अधिक स्कूली बच्चे विस्थापित हुए हैं यह जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को राज्यसभा में दी केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि इन विस्थापित बच्चों में से 93 प्रतिशत से अधिक का निकटतम स्कूल में दाखिला कराया गया है. यह भी पढ़े: Manipur Violence: स्कूल के बाहर महिला की गोली मारकर हत्या, कल से ही शुरू हुई थी क्लासेस
उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर की मौजूदा स्थिति के कारण स्कूल जाने वाले कुल 14,763 बच्चे विस्थापित हुए हैं विस्थापित छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रत्येक राहत शिविर के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है मंत्री ने कहा कि 93.5 प्रतिशत विस्थापित छात्रों का निकटतम संभव स्कूल में निशुल्क दाखिला कराया गया है.
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है राज्य में मेइती समुदाय की आबादी करीब 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे अधिकतर पर्वतीय जिलों में रहते हैं.
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