पाकुड़ (झारखंड), 25 नवंबर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को विपक्षी दलों पर राज्य की सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार जैसे “झूठे” आरोप लगाने और लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
सोरेन ने कहा कि इस तरह की रणनीति उन्हीं पर उल्टी पड़ेगी क्योंकि राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार लोगों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सोरेन ने पाकुड़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जैसे ही हमने ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तीसरे चरण की शुरुआत की, विपक्ष ने हमारी सरकार द्वारा किए गए कार्यों को बदनाम करके लोगों को गुमराह करने का अभियान शुरू कर दिया। इनका उन (विपक्षी दलों) पर ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि हम लोगों के लाभ और कल्याण के लिए काम करना जारी रखेंगे।”
मुख्यमंत्री यहां ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत आये थे। उनकी टिप्पणी ऐसे दिन आई है जब झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने साहेबगंज जिले में ‘आदिवासी अधिकार’ रैली निकाली।
रैली के बाद मरांडी ने पत्रकारों से कहा, “वर्तमान झारखंड सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। मुख्यमंत्री प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नोटिस से बच रहे हैं। अगर उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है तो वह ईडी से क्यों भाग रहे हैं?”
सोरेन ने पाकुड़ में अपने संबोधन में कहा कि वह ईडी और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय एजेंसियों से “डरते नहीं” हैं। उन्होंने कहा, “अगर मैंने कुछ गलत किया है तो मुझे सजा दो।”
प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले में सोरेन को कई समन जारी किए हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री अब तक एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए सोरेन ने कहा कि भाजपा “राज्य सरकार के खिलाफ साजिश रच रही है और झूठे आरोप लगाकर लोगों को गुमराह कर रही है।”
उन्होंने कहा, “समय आने पर सरकार और झारखंड की जनता जवाब देगी।”
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