एमवीए सरकार के दो साल के कार्यकाल में विपक्ष ‘पूरी तरह से दिशाहीन’ रहा : शिवसेना
शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाडी (एमवीए) सरकार के दो साल के कार्यकाल में ‘‘ विपक्ष पूरी तरह से दिशाहीन रहा’’ . राउत ने साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को सत्ता से हटाने में विपक्ष सफल नहीं हुआ, इसके बावजूद वह सरकार को सत्ता से हटाने की नयी तारीखों की घोषणा कर रहा है.
मुंबई, 28 नवंबर : शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाडी (एमवीए) सरकार के दो साल के कार्यकाल में ‘‘ विपक्ष पूरी तरह से दिशाहीन रहा’’ . राउत ने साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को सत्ता से हटाने में विपक्ष सफल नहीं हुआ, इसके बावजूद वह सरकार को सत्ता से हटाने की नयी तारीखों की घोषणा कर रहा है. उद्धव ठाकरे सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखे साप्ताहिक स्तंभ ‘रोखठोक’ में राउत ने कहा कि राजनीति में झूठ हमेशा सफल नहीं होता है. उन्होंने कहा कि गत दो साल में ठाकरे, उनकी सरकार को ‘बदनाम’ करने की तमाम कोशिशों के बावजूद मजबूती से खड़े रहे. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि नवंबर 2019 (एमवीए सरकार से पहले) को देवेंद्र फडणवीस द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के भी दो साल पूरे हो गए हैं.
सामना के कार्यकारी संपादक राउत ने कहा, ‘‘ विपक्ष सरकार को सत्ता से हटाने में सफल नहीं हुआ है, इसके बावजूद वह एमवीए को सत्ता से हटाने की नयी तारीख दे रहा है. यह मजाक है.’’ गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना ने वर्ष 2019 के राज्य विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा से रिश्ता तोड़ दिया था. इसके बाद फडणवीस ने आनन फानन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उनके साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार उप मुख्यमंत्री बने थे. चार दिन बाद फडणवीस सरकार गिर गई थी और शिवसेना ने अपने वैचारिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर महाविकास अघाडी सरकार बनाई थी. राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस समय अस्पताल में हैं और उनकी सेहत ठीक है लेकिन ‘‘ विपक्ष दिशाहीन हो गया है.’’उन्होंने कहा,‘‘ विपक्ष ने उनपर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ा. ठाकरे ने स्तरहीन हमले का बहादुरी से सामना किया और अब भी मजबूती से खड़े हैं.’’
राउत ने कहा कि शिवसेना नेताओं को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई की धमकी दी जा रही है जबकि (राकांपा अध्यक्ष शरद) पवार के जो नजदीकी हैं उनपर आयकर विभाग के छापे पड़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों, जो इस समय हड़ताल पर, उन्हें भड़का रही है, उसने अमरावती में भी दंगे भड़काए. राउत ने दावा किया, ‘‘भाजपा जो कर रही है वह राजनीति नहीं है बल्कि हताशा में की गई साजिश है.’’उन्होंने कहा कि ठाकरे की छवि साफ है और वह जनता में लोकप्रिय हैं. राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘(राकांपा अध्यक्ष) शरद पवार और (कांग्रेस अध्यक्ष) सोनिया गांधी एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ठाकरे को खुली छूट दी है और कोई हस्तक्षेप नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा सत्तारूढ़ गठबंधन का एक भी विधायक नहीं तोड़ सकती. यह भी पढ़ें : मुंबई पुलिस ने मादक पदार्थ तस्कर अजमल तोतला को पकड़ा
राउत ने कहा कि भाजपा को इस साल के शुरुआत में पंढरपुर उपचुनाव में जीत राकांप की ‘गलती’ से मिली लेकिन विपक्ष देगलुर विधानसभा उपचुनाव में अशोक चव्हाण (कांग्रेस नेता) की रणनीति के आगे नहीं टिक सका. शिवसेना ने हाल में दादरा-नागर हवेली लोकसभा सीट पर उपचुनाव में जीत दर्ज की है. राउत ने कहा कि हाल में 13 राज्यों में हुए उपचुनाव में भाजपा ने ‘अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. उन्होंने दावा किया कि भाजपा राज्य पुलिस का मनोबल गिराने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ती. राउत ने कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने ठाणे के पुलिस प्रमुख रहते हुए कल्याण-डोम्बिवली नगर निगम चुनाव में भाजपा के लिए ‘कड़ी मेहनत’की थी.
शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और अन्य बताएंगे कि उन्होंने (सिंह ने) अन्य पार्टियों को तोड़ने और बागियों को भाजपा के पाले में लाने की कितनी कोशिश की थी. देवेंद्र फडणवीस सरकार ने उन्हें पहले ठाणे का पुलिस आयुक्त और बाद में भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो का प्रमुख बनाया था.’’ उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि परमबीर सिंह द्वारा (राज्य के पूर्व गृहमंत्री और राकांपा नेता) अनिल देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों (भ्रष्टाचार के) के पीछे कौन हैं.