नयी दिल्ली, 14 मार्च : सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि भारत में कोविड-19 (COVID-19) का ओमीक्रोन स्वरूप और उसके उपस्वरूप प्रभावी हैं. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पिछले चार महीनों के दौरान देश भर में आईएनएसएसीओजी द्वारा विश्लेषित नमूनों में 1900 से अधिक ओमीक्रोन उपस्वरूप पाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 वायरस के स्वरूप के उद्भव और स्वास्थ्य पर उनके संभावित प्रभावों को देखते हुए आईएनएसएसीओजी नेटवर्क प्रयोगशालाएं वायरस के उत्परिवर्तित स्वरूप का पता लगाने के लिए नमूनों का पूर्ण जीनोम अनुक्रमण करती हैं. उल्लेखनीय है कि भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं का एक समूह है जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गठित किया था. यह भी पढ़ें : H3N2 Cases With Swine Flu: स्वाइन फ्लू के साथ बढ़ रहे हैं एच3एन2 के मामले, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से हुआ चौंकाने वाला खुलासा
आईएनएसएसीओजी कोरोना वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग और कोविड-19 वायरस का विश्लेषण करता है और इस प्रकार पाए जाने वाले वायरस के नए स्वरूप तथा महामारी के साथ उनके संबंधों का पता लगाता है.