नयी दिल्ली, सात नवंबर देश के नौ प्रमुख शहरों में सितंबर तिमाही के अंत तक खाली पड़ी आवासीय इकाइयां (बिक नहीं पाईं) सालाना आधार पर 12 प्रतिशत घटकर 4,77,570 इकाई रह गईं । रीयल एस्टेट से जुड़े ऑनलाइन मंच प्रॉपइक्विटी ने यह जानकारी दी।
सितंबर, 2021 के अंत में 5,40,849 आवासीय इकाइयां खाली पड़ी थीं।
प्रॉपइक्विटी ने बयान में कहा कि दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और पुणे में खाली पड़ी इकाइयों में सबसे ज्यादा कमी आई।
प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक समीर जसूजा ने कहा, ‘‘2022 की तीसरी तिमाही में देश के शीर्ष शहरों में आवासीय संपत्तियों की बिक्री और नई पेशकश दोनों अच्छे रहे हैं। इन शहरों के नागरिकों में गुणवत्तापूर्ण घर खरीदने की अच्छी रुचि है और इस प्रकार रियल एस्टेट बाजार में उल्लेखनीय उछाल है।''
आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर तिमाही के अंत में ठाणे में खाली पड़े या बिक नहीं पाए घरों की संख्या एक साल पहले के 1,04,374 इकाइयों से मामूली रूप से गिरकर 1,03,862 इकाई पर आ गई। पुणे में बिना बिकी इकाइयों में 22 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। यह 90,419 इकाइयों से घटकर 70,475 इकाई रह गई, जबकि मुंबई में यह नौ प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,059 इकाई रह गई।
नवी मुंबई के बाजार में खाली पड़ी आवासीय इकाइयां 18 प्रतिशत गिरकर 29,793 इकाई रह गई। बेंगलुरु में यह 25 प्रतिशत घटकर 54,612 इकाई रह गई। जबकि दिल्ली-एनसीआर में बिना बिकी आवासीय इकाइयों में 32 प्रतिशत और चेन्नई में 22 प्रतिशत की गिरावट देखी गयी । यह घटकर क्रमश: 37,494 इकाई और 18,876 इकाई रह गई।
वहीं कोलकाता में खाली पड़े आवास की संख्या 17 प्रतिशत गिरकर 18,486 इकाई रह गई।
हालांकि, सितंबर तिमाही के अंत में हैदराबाद में खाली पड़े आवासों की संख्या 19 प्रतिशत बढ़कर 88,913 इकाई हो गयी, जो एक साल पहले 74,717 इकाई थी।
प्रॉपइक्विटी के आंकड़ों से पता चलता है कि 2022 की तीसरी तिमाही में घरों की बिक्री 1,08,817 इकाई रही, जबकि 2021 की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 87,747 इकाई था।
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