देश की खबरें | देश में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 20 लाख के पार, कई राज्यों में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां

नयी दिल्ली, 20 अप्रैल भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,59,170 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 20 लाख से अधिक होने तथा 1,761 और लोगों की मौत के बाद कई राज्यों ने आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन लागू करने का विकल्प चुना है।

केन्द्र सरकार ने कहा कि भीषण स्वास्थ्य संकट से गुजर रहे देश में अगले तीन सप्ताह चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं। साथ ही उसने स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत बनाने और देश में टीकों की आपूर्ति तथा टीकाकरण अभियान को तेज करने के लिये सिलसिलेवार उपायों की घोषणा की।

दिल्ली के बाद झारखंड ने भी 22 अप्रैल से एक सप्ताह का लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। महाराष्ट्र ने भी ऐसे ही कदम उठाने के संकेत दिये हैं। तेलंगाना ने रात्रि कर्फ्यू का ऐलान किया है जबकि उत्तर प्रदेश ने सप्ताहांत लॉकडाउन का आदेश दिया है।

इलाहबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के पांच शहरों में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू करने का आदेश दिया था, जिसपर उच्चतम न्यायालय ने अंतरिम रोक लगा दी। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सप्ताहांत कर्फ्यू लागू करने का फैसला लिया।

राज्य सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और उच्च न्यायालय के आदेश से बड़ी प्रशासनिक कठिनाइयां पैदा होंगी।

उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, राजस्थान, केरल, ओडिशा, चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश, और जम्मू-कश्मीर में पहले ही रात्रि कर्फ्यू लागू किया जा चुका है।

हालांकि कोविड की लहर कमजोर पड़ने के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं क्योंकि राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और केरल समेत कई राज्यों में मंगलवार को दैनिक मामलों में वृद्धि देखी गई है।

देश में संक्रमण के मामलों में लगातार 41वें दिन वृद्धि दर्ज किए जाने के बाद उपचाराधीन रोगियों की कुल संख्या बढ़कर 20,31,977 है। यह संख्या अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की संख्या का 13.26 प्रतिशत है। वहीं संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर गिरकर 85.56 प्रतिशत पर पहुंच गई है।

बीते 11 दिन में रोजाना संक्रमण के दोगुने मामले सामने आ रहे हैं। नौ अप्रैल को जहां दिनभर में 1.31 लाख लोग संक्रमित पाए गए थे, वहीं 20 अप्रैल को 2.73 लाख लोग संक्रमित पाए गए।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान चिंताजनक हालात पर पर चिंता जताते हुए कहा कि कोविड-19 संबंधी सावधानियों के लिए अगले तीन सप्ताह महत्वपूर्ण हैं।

झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार द्वारा सप्ताह भर के लॉकडाउन के संबन्ध में लिये गये निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि 22 अप्रैल को सुबह छह बजे से 29 अप्रैल सुबह छह बजे तक पूरे झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मनाया जायेगा।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य का मंत्रिमंडल कड़ा लॉकडाउन लगाने के पक्ष में है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बुधवार को इस संबंध में घोषणा कर सकते हैं।

टोपे ने सूचित किया कि कैबिनेट ने राज्य बोर्ड की दसवीं की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय किया है।

मंत्री ने मंगलवार की कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि महाराष्ट्र में पिछले दो हफ्ते से कोरोना वायरस के मामले प्रतिदिन 50 हजार से अधिक आ रहे हैं, लेकिन लोग आवाजाही एवं भीड़ इकट्ठा करने पर लगी पाबंदियों का उल्लंघन कर रहे हैं।

टोपे ने कहा, ‘‘कोविड-19 के प्रसार को न्यूनतम करने के लिए सभी कैबिनेट मंत्रियों ने कड़ा लॉकडाउन लगाए जाने का पक्ष लिया। मंत्री राज्य के सभी क्षेत्रों से हैं, इसलिए इससे संकेत मिलता है कि पूरे राज्य में यह उपाय लागू किए जाने की जरूरत है।’’

टोपे ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कड़े उपायों के बारे में आधिकारिक घोषणा कल कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने यह भी निर्णय किया कि राज्य बोर्ड की दसवीं की परीक्षा रद्द की जाए।

टोपे ने कहा, ‘‘12वीं की परीक्षा निश्चित तौर पर होगी लेकिन हमने दसवीं के छात्रों को राहत देने का फैसला किया है।’’

ऑक्सीजन की उपलब्धता पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य वर्तमान में प्रतिदिन ‘‘1550 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के साथ काम चलाया जा रहा है।’’

तेलंगाना सरकार ने राज्य में 30 अप्रैल तक रात नौ बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाने की घोषणा की।

ये प्रतिबंध 20 अप्रैल से लागू होंगे।

राज्य में कोविड-19 को नियंत्रित करने के विभिन्न उपायों की समीक्षा की गई है।

मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने एक आदेश में कहा कि कोविड​​-19 के प्रसार को रोकने के लिए एक अतिरिक्त उपाय के तहत 30 अप्रैल 2021 तक रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक राज्य में रात्रि कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है।

राज्य में अभी 42,853 लोगों का इलाज चल रहा है।

राजस्थान में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकार्ड 12,201 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,38,785 हो गई है। साथ ही, 64 और मरीजों की मौत हो जाने से इस महामारी के चलते मरने वालों की संख्या बढ़कर 3268 हो गई। राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढकर 85,571 हो गई है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार राज्य में मंगलवार को रिकार्ड 12,201 नये मामले सामने आने से राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,38,785 हो गई है जिनमें 85,571 रोगी उपचाराधीन हैं।

कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए मध्य प्रदेश में अत्यावश्यक सेवाएँ देने का कार्य करने वाले सरकारी एवं निजी कार्यालयों को छोड़कर शेष कार्यालय 10 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ ही संचालित किये जा सकेंगे।

मध्य प्रदेश के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने बताया, ‘‘प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के संबंध में पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के साथ ही मंगलवार को अतिरिक्त दिशा-निर्देश जारी किये हैं।

असम सरकार ने कोविड-19 मामलों में वृद्धि के मद्देनजर मंगलवार को आदेश दिया कि सभी बाजार और दुकानें शाम छह बजे तक बंद कर दी जाएं।

सरकार ने उन जिलों में जहां उपचाराधीन रोगियों की संख्या 100 या उससे अधिक है, निचले स्तर के 50 प्रतिशत कर्मियों को घर से काम करने की अनुमति दे दी है।

मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ ने ताजा दिशा-निर्देश जारी करते हुए उपायुक्तों को पाबंदियों का कड़ाई से कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इनमें विभिन्न कानूनों के तहत आने वाले दंडनीय प्रावधानों को लागू किया जाना भी शामिल है।

ओडिशा में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 4,761 नए मामले सामने आए जो किसी एक दिन की सबसे अधिक संख्या है। राज्य में इस घातक बीमारी के कारण पांच मरीजों की मौत होने की भी खबर है।

स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 3,77,464 हो गयी है वहीं मृतकों की कुल संख्या 1,953 तक पहुंच गयी है।

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना से कहा है कि वह मरीजों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं देने सहित इस महामारी से निपटने में राज्य प्रशासनों का सहयोग करें।

सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री की ओर से सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को इस बात से अवगत कराने के बाद यह फैसला किया गया है कि सेना अपने चिकित्सा सुविधा स्थलों पर आम लोगों का उपचार करने के बारे में विचार करेगी तथा प्रशासनों को अतिरिक्त सहयोग भी दिया जाएगा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्र सरकार से अपील की कि दिल्ली को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए और कहा कि कुछ अस्पतालों में कुछ घंटे में ऑक्सीजन खत्म होने वाली है।

उन्होंने रविवार को कोरोना वायरस रोगियों के लिए ऑक्सीजन की कमी को ‘‘आपातकाल’’ करार दिया था।

केजरीवाल ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली में ऑक्सीजन का गंभीर संकट बना हुआ है। मैं एक बार फिर केंद्र से आग्रह करता हूं कि दिल्ली को जल्द से जल्द ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए। कुछ अस्पतालों में कुछ घंटे के लिए ही ऑक्सीजन बची हुई है।’’

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