कंपनी जनवरी-दिसंबर के वित्त वर्ष का अनुसरण करती है. कंपनी ने कहा कि इस कदम का मकसद ‘‘ बाजार की मौजूदा अनिश्चितता से निपटने के लिए’’ उसके लागत आधार को कम करना और परिचालन दक्षता में सुधार करना है. नोकिया की ओर से जारी बयान के अनुसार, कंपनी का मकसद 2026 के अंत तक अपने लागत आधार में 80 करोड़ यूरो (843 अरब डॉलर) से 1.2 अरब यूरो के बीच कमी लाना है. इस कदम से कंपनी के कर्मचारियों की संख्या घटकर 72,000 और 77,000 के बीच रह जाएगी, जो अभी 86,000 है.
राजस्व के हिसाब से कंपनी की सबसे बड़ी इकाई मोबाइल नेटवर्क कारोबार की आमदनी 24 प्रतिशत घटकर 2.16 अरब यूरो रह गई. इस इकाई के परिचालन लाभ में 64 प्रतिशत की गिरावट आई है. इसकी मुख्य वजह उत्तरी अमेरिकी बाजार का कमजोर रुख रहा. यह भी पढ़ें : Google to Manufacture Smartphones in India: गूगल भारत में बनाएगा स्मार्टफोन्स, पहला Pixel 8 फोन 2024 में आने की संभावना
नोकिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पेक्का लुंदमार्क ने कहा, ‘‘ ... हम तीन स्तरों पर निर्णायक कार्रवाई कर रहे हैं रणनीतिक, परिचालन और लागत. मेरा मानना है कि ये कार्रवाइयां हमें मजबूत बनाएंगी और हमारे शेयरधारकों के लिए महत्वपूर्ण मूल्य प्रदान करेंगी.’’ स्वीडन की एरिक्सन, चीन की हुआवेई और दक्षिण कोरिया की सैमसंग के साथ नोकिया ब्रॉडबैंड प्रौद्योगिकी की नई पीढ़ी 5जी के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में से एक है. इस साल की शुरुआत में एरिक्सन ने भी अपने आठ प्रतिशत कार्यबल की छंटनी की थी.