कतर का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आरोप लगाया है कि हमास के आतंकवादी अपनी ‘बेतुकी मांगों’ पर अड़े हुए हैं. कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में अपने संबोधन में ‘‘मानवीय पहलू’’ से जुड़ी समस्याओं का जिक्र किया. नेतन्याहू पर इस बात का बेहद दबाव है कि वह उन बंधकों को सुरक्षित लाएं जिन्हें हमास ने सात अक्टूबर को हमला करने के दौरान कब्जे में लिया था. नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के कहने पर इस सप्ताह की शुरुआत में एक प्रतिनिधिमंडल काहिरा भेजा था लेकिन उन्हें अब दोबारा भेजे जाने का कोई तुक नहीं समझ आ रहा.
हमास चाहता है कि गाजा में स्थाई युद्धविराम हो और इजराइल फलस्तीन के उन सभी कैदियों को रिहा करे जो उसकी जेलों में बंद हैं. नेतन्याहू ने मिस्र के साथ लगती गाजा की सीमा पर स्थित शहर राफा में जमीनी हमले रोकने के अंततराष्ट्रीय अनुरोध की भी अनदेखी की है. वह किसी भी सूरत में हमले रोकने के पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हमास पर ‘‘पूर्ण विजय’’ के लिए हमले जरूरी हैं. यह भी पढ़ें : पाकिस्तान चुनाव: धांधली के आरोपों की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित
‘एसोसिएटेड प्रेस’ के पत्रकारों और अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार शनिवार को मध्य गाजा में हवाई हमलों में बच्चों सहित 40 से अधिक लोग मारे गए और कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं. इजराइल की सेना ने कहा कि उसने हमास के खिलाफ हमले किये हैं.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि गाजा में अब तक 28,858 लोग मारे गए हैं.