जम्मू, 19 दिसंबर जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि उनका विभाग दोषियों की उम्र और लिंग पर गौर किए बिना सख्त कार्रवाई करेगा।
हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। पर माना जा रहा है कि उन्होंने यह बयान श्रीनगर में मुठभेड़ के दौरान दो आतंकवादियों के मारे जाने के बाद देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में एक महिला और उसकी बेटी की गिरफ्तारी की हो रही आलोचना के संदर्भ में दिया है।
डीजीपी ने कहा कि आतंकी लॉन्च पैड और शिविर पाकिस्तान में सक्रिय हैं और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और सेना की मदद से इनका इस्तेमाल भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए किया जा रहा है। लेकिन भारतीय सुरक्षा बल सतर्क हैं और ऐसी किसी भी कोशिश को नाकाम कर देंगे।
कठुआ जिले में पुलिस शहीद स्मारक क्रिकेट प्रतियोगिता के 10वें संस्करण का उद्घाटन करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सिंह ने कहा कि पुलिस, अन्य सुरक्षाबलों के साथ पाकिस्तान के छद्म युद्ध को समाप्त करने के लिए सभी तरह की सख्त कदम उठाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के छद्म युद्ध और उसके आतंकवादी समूहों से और कड़ाई से निपटा जाएगा। आतंकवादियों के खिलाफ दिन-रात अभियान चलाए जा रहे हैं और हम उन सभी तत्वों के खिलाफ युद्ध छेड़े हुए हैं जो शांति और विकास के खिलाफ हैं। हम उन्हें किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे।’’
श्रीनगर के हरवान इलाके में रविवार को मुठभेड़ सहित हाल में अलग-अलग मुठभेड़ों में कई पाकिस्तानी आतंकवादियों के मारे जाने का संदर्भ देते हुए सिंह ने कहा, ‘‘ हमारा लक्ष्य जम्मू और कश्मीर से आतंकवाद को उखाड़ फेंकना है।’’
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