COVID1-19: अमेरिका में अब सभी को नहीं लग सकेगा ‘जॉनसन एंड जॉनसन’ का कोविड टीका
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने कहा है कि अब इस टीके की खुराक केवल उन वयस्कों को दी जा सकेगी, जो कोई अन्य वैक्सीन नहीं ले सकते या फिर खासतौर पर ‘जेएंडजे’ का टीका लगवाने का अनुरोध करते हैं. अमेरिकी अधिकारी कई महीनों से सिफारिश कर रहे हैं कि अमेरिका के लोग ‘जेएंडजे’ टीके के बजाय ‘फाइजर’ या ‘मॉडर्ना’ की वैक्सीन ही लगवाएं.
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने कहा है कि अब इस टीके की खुराक केवल उन वयस्कों को दी जा सकेगी, जो कोई अन्य वैक्सीन नहीं ले सकते या फिर खासतौर पर ‘जेएंडजे’ का टीका लगवाने का अनुरोध करते हैं. अमेरिकी अधिकारी कई महीनों से सिफारिश कर रहे हैं कि अमेरिका के लोग ‘जेएंडजे’ टीके के बजाय ‘फाइजर’ या ‘मॉडर्ना’ की वैक्सीन ही लगवाएं. एफडीए के टीके से जुड़े मामलों के प्रमुख डॉ. पीटर मार्क्स ने बताया कि एजेंसी खून के थक्के जमने के जोखिम से संबंधित आंकड़ों पर एक बार फिर गौर करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि ‘जेएंडजे’ की वैक्सीन का इस्तेमाल सीमित किया जाना चाहिए. मार्क्स के मुताबिक, कोविड-19 से निपटने के लिए कई अन्य विकल्प मौजूद हैं, जो उतने ही प्रभावशाली हैं और लोगों को इनकी तरफ रुख करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के शुरुआती दो हफ्तों में खून के थक्के जमने की शिकायत उत्पन्न हो सकती है, ऐसे में अगर आपने छह महीने पहले टीका लगवाया था तो आपके लिए चिंता की कोई बात नहीं है. एफडीए ने फरवरी 2021 में 18 साल और उससे अधिक उम्र के वयस्कों में ‘जेएंडजे’ के कोविड-19 रोधी टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. शुरुआत में इस टीके को वैश्विक महामारी से निपटने के एक महत्वपूर्ण हथियार के रूप में देखा जा रहा था, क्योंकि किसी को भी इसकी केवल एक ही खुराक लेने की जरूरत पड़ती है. हालांकि, बाद में एकल खुराक का विकल्प ‘फाइजर’ और ‘मॉडर्ना’ के टीकों के मुकाबले कम प्रभावशाली साबित हुआ. यह भी पढ़ें : Delhi: सरकारी स्कूल में क्लास में घुसकर यौन उत्पीड़न करने वाले संदिग्ध को पुलिस ने दबोचा, प्रिंसिपल सस्पेंड, 2 टीचरों की छुट्टी
रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने दिसंबर 2021 में ‘जेएंडजे’ के टीके से जुड़े सुरक्षा मुद्दों के कारण ‘मॉडर्ना’ और ‘फाइजर’ के टीकों को तरजीह देने की सिफारिश की थी. आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में 20 करोड़ से अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है और इन लोगों ने ‘मॉडर्ना’ व ‘फाइजर’ के टीके लगवाए हैं. वहीं, 1.7 लाख से कम लोगों को ‘जेएंडजे’ की वैक्सीन लगाई गई है.