पटना, 30 दिसंबर जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) का अध्यक्ष बनने के बाद दिल्ली से पटना पहुंचने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शनिवार को जोरदार स्वगत किया गया। नीतीश को दिल्ली में आम राय से जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित किया गया था।
जदयू कार्यकर्ता घने कोहरे और सर्द मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में हवाई अड्डे पर पहुंचे थे और इस आशय के नारे लगा रहे थे कि नीतीश ही वह नेता हैं जिसका देश इंतजार कर रहा है।
सत्तर वर्षीय नेता के हवाई अड्डा पर दिखते ही ‘देश का नेता कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो’ के नारे गूंजने लगे। नीतीश के साथ उनके साथ करीबी सहयोगी राजीव रंजन सिंह 'ललन' भी थे, जिन्होंने नीतीश के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ दिया।
नीतीश अपनी कार में बैठने से पहले भीड़ के बीच कई सौ कदम चले और इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन पर फूलों की पंखुड़ियां बरसाईं।
दो दशक पहले पार्टी के अस्तित्व में आने के बाद यह दूसरा अवसर है जब नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद ग्रहण किया है। इसके पहले उन्होंने 2016 में शरद यादव की जगह पार्टी का अध्यक्ष पद ग्रहण किया था।
बार-बार यह कहते हुए कि उनकी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं थी जैसे कि उन्हें विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) का संयोजक या प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नामित किया जाए।
बिहार के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री ने फिर भी पर्याप्त संकेत दिए कि वह लोकसभा चुनाव से पहले अपने राजनीतिक प्रयास को राज्य की सीमाओं से परे ले जाने के लिए तैयार हैं।
घोषणा की गई है कि राष्ट्रव्यापी जाति आधारित जनगणना के लिए दबाव डालने के लिए, जिस दिशा में एक कदम बिहार में जाति सर्वेक्षण के रूप में उठाया गया है, जदयू अध्यक्ष निकटवर्ती झारखंड राज्य से अगले महीने एक यात्रा शुरू करेंगे।
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