
पूर्णिया (बिहार), 10 मई बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेपाल से लगी सीमा और बांग्लादेश के करीब स्थित जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने का शनिवार को निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक बयान के अनुसार, कुमार ने राज्य के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए यहां एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
हालांकि बैठक भारत-पाकिस्तान संघर्ष के मद्देनजर आयोजित की गई थी, लेकिन बाद में दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने शाम पांच बजे से सैन्य कार्रवाई को रोकने पर सहमति व्यक्त की।
बैठक में, कुमार ने संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि क्षेत्र में गश्त और तलाशी अभियान तेज करके राष्ट्रविरोधी तत्वों के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए सीमावर्ती जिलों में कड़ी निगरानी और "असाधारण" सतर्कता बरती जाए।
राज्य की नेपाल से लगी लंबी सीमा है, जो कहीं-कहीं से खुली है। इसका उपयोग अक्सर अन्य देशों के घुसपैठिये भारतीय क्षेत्र में घुसने के लिए करते रहे हैं।
बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, अपर मुख्य सचिव (गृह) अरविंद कुमार चौधरी, सुरक्षा बलों के अधिकारी, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया और सुपौल जिलों के जिला मजिस्ट्रेट और एसपी भी शामिल हुए।
बयान में कहा गया है, “मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नेपाल और बांग्लादेश की सीमा के करीब स्थित जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। सभी संवेदनशील प्रतिष्ठानों, महत्वपूर्ण सड़कों, पुलों, रेलवे लाइनों, एलपीजी डिपो और धार्मिक स्थलों पर कड़ी सुरक्षा बनाए रखने की हिदायत दी है।”
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