नयी दिल्ली, तीन जुलाई अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की कवायद को गति देने के लिए प्रमुख विपक्षी पार्टियों की आगामी बैठक 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में होगी।
विपक्षी दलों की अगली बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी दो फाड़ हो गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार समेत पार्टी के नौ विधायकों ने रविवार को एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ले ली। अजित पवार इस सरकार में उप मुख्यमंत्री बने हैं।
कांग्रेस का कहना है कि महाराष्ट्र के इस घटनाक्रम का विपक्षी एकजुटता की कवायद पर नकारात्मक असर नहीं होगा, बल्कि विपक्षी पार्टियों का संकल्प और मजबूत होगा।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘कल जब भाजपा की वाशिंग मशीन अपने ‘आईसीई’ (आयकर, सीबीआई, ईडी) डिटर्जेंट के साथ मुंबई में फिर से शुरू हुई तो विपक्षी एकजुटता के खत्म होने की भाजपा द्वारा प्रेरित कहानियां गढ़ी जाने लगीं। विपक्षी एकजुटता के खत्म होने की कहानी गढ़ने वालों को निराश हाथ लगेगी।’’
रमेश का कहना है, ‘‘23 जून को पटना में मिलने वाली पार्टियों की अगली बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरू में होगी। मुंबई में जो ऑपरेशन किया गया है उससे विपक्षी एकजुटता का संकल्प मजबूत हुआ है।’’
उन्होंने महाराष्ट्र के घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कटाक्ष करते हुए ‘मोदी वाशिंग पाउडर’ नाम से एक चित्र साझा किया जिस पर ‘सारे दाग चुटकियों में धुले’ टैगलाइन है।
इससे पहले कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, ‘‘पटना में विपक्ष की सफल बैठक के बाद हम अगली बैठक 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में करेंगे। हम फासीवादी और अलोकतांत्रिक ताकतों को पराजित करने तथा देश को आगे ले जाने वाले एक दृष्टिकोण को प्रस्तुत करने के अपने संकल्प पर अडिग हैं।’’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस समेत 15 से अधिक विपक्षी दलों ने गत 23 जून को पटना में बैठक की थी जिसमें उन्होंने भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने और आगे बढ़ने को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी।
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