पिछले हफ्ते लिज ट्रस के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे के बाद सत्ताधारी दल इस साल तीसरे प्रधानमंत्री के चयन में जुटा है। इस समय ब्रिटेन गंभीर राजनीतिक उथलपुथल और गंभीर आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।
भारतीय मूल के 42 वर्षीय सुनक एकमात्र उम्मीदवार हैं जिन्हें 100 से अधिक सांसदों का समर्थन हासिल है, जबकि यह संख्या चुनाव लड़ने के लिए आवश्यक है।
हाउस ऑफ कामंस के नेता पेनी मोरडौंट को अभी तक बहुत कम समर्थन हासिल हुआ है, लेकिन स्थानीय समय दोपहर दो बजे तक नामांकन प्रक्रिया बंद होने तक उनकी कोशिश समर्थन के जरूरी आंकड़े तक पहुंचने की है।
यदि मोरडौंट नामांकन के लिए जरूरी 100 सांसदों का समर्थन नहीं जुटा पाते तो सुनक को विजेता घोषित कर दिया जाएगा और वह सोमवार शाम तक 10 डाउनिंग स्ट्रीट में पहुंच सकते हैं।
यदि दोनों नेताओं के बीच मतपत्र के जरिये चुनाव होगा, तो कंजर्वेटिव पार्टी के 357 सांसद सोमवार को अपनी वरीयता दर्शाने के लिए सांकेतिक मतदान करेंगे।
इसके बाद भी कोई मैदान से नहीं हटता, तो चुनाव का फैसला देशभर के 1,72,000 पार्टी सदस्य करेंगे और परिणाम शुक्रवार को घोषित किया जाएगा।
यदि सुनक सांसदों के बीच सर्वाधिक पसंदीदा हैं, तो मोरडौंट पर भारी दबाव होगा कि वह चुनाव से हट जाएं ताकि सदस्यों के मतदान की नौबत नहीं आए।
गृह मंत्री और सुनक के समर्थक ग्रांट शेप्स ने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री ने आज सुबह सहकर्मियों से बातचीत की और वह उन लोगों को आकर्षित करने के प्रयास कर रहे हैं जो पहले संभवत: बोरिस जॉनसन के समर्थक थे।
एपी
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