काठमांडू, तीन जून इस साल अच्छी बारिश होने से नेपाल लगातार दूसरे साल अपने यहां की अतिरिक्त बिजली पावर एक्सचेंज बाजार के जरिये भारत को बेच रहा है। नेपाल बिजली प्राधिकरण (एनईए) ने यह जानकारी दी है।
भारत के बिजली मंत्रालय के तहत गठित एनर्जी एक्सचेंज ने नवंबर 2021 में नेपाल को बिजली निर्यात की मंजूरी दी थी। नेपाल के समाचारपत्र 'द काठमांडू पोस्ट' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक एनईए अपनी अतिरिक्त बिजली भारत को बेचने के लिए तैयार है।
दरअसल पिछले कुछ महीनों में नेपाल में लगातार अच्छी बारिश होने से बिजली उत्पादन बढ़ा है जिसकी वजह से नेपाल के पास जरूरत से अधिक बिजली हो गई है। ऐसी स्थिति में एनईए ने बृहस्पतिवार से भारतीय खरीदारों को 37.7 मेगावॉट बिजली बेचना शुरू कर दिया है।
एनईए के प्रवक्ता सुरेश भट्टाराई ने बताया कि त्रिशुली संयंत्र से पैदा हुई 24 मेगावट बिजली और देवीघाट संयंत्र से पैदा हुई 15 मेगावाट बिजली बृहस्पतिवार को भारत को बेची गई। यह बिजली छह रुपये प्रति यूनिट की दर पर बेची गई जिससे नेपाल को करीब एक करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है।
प्रवक्ता ने कहा, "हमने आगे भी इंडिया एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) को इतनी ही मात्रा में बिजली बेचने का एक प्रस्ताव भेजा है।"
यह लगातार दूसरा साल है जब नेपाल अपनी अतिरिक्त बिजली एक्सचेंज बाजार के जरिये भारत को बेच रहा है। नवंबर, 2021 में भी नेपाल ने भारत को 39 मेगावॉट बिजली भारत को बेची थी।
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के हालिया भारत दौरे पर 364 मेगावॉट बिजली के निर्यात की मंजूरी भारत से मिली थी। भारत के बिजली मंत्रालय के अधीन संचालित आईईएक्स ने नेपाली बिजली प्राधिकरण को अतिरिक्त 326 मेगावॉट की आपूर्ति करने की मंजूरी दी थी।
प्रेम
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