नयी दिल्ली, 15 जून उर्वरक सहकारी कंपनी कृभको (कृषक भारती को-ऑपरेटवि लि.) के अध्यक्ष चंद्र पाल सिंह ने बुधवार को युवाओं को सहकारिता क्षेत्र की ओर आकर्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि विश्वविद्यालयों में इसके बारे में पढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम होने चाहिए।
वह डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म रूरल वॉयस द्वारा आयोजित सेमिनार ‘सहकार से समृद्धि : कई रास्ते’ को संबोधित कर रहे थे।
अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन- एशिया प्रशांत के अध्यक्ष की भी भूमिका निभा रहे सिंह ने उम्मीद जतायी कि नया सहकारिता मंत्रालय सहकारी क्षेत्र को विकसित करने के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान करेगा।
सिंह ने कहा कि केंद्रीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ देश के सभी हिस्सों तक पहुंचाने में सहकारिता क्षेत्र प्रमुख भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने कहा कि सहकारी समितियां ग्रामीण समृद्धि ला सकती हैं और भारत के आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सकती हैं।
सिंह ने कहा कि युवा पीढ़ी को सहकारी क्षेत्र की ओर आकर्षित करने की आवश्यकता है और सुझाव दिया कि सहकारिता क्षेत्र के बारे में जनकारियां देने के लिए विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम होने चाहिए।
सिंह ने सहकारिता क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और सहकारी समितियों को पेशेवर तरीके से चलाने की जरूरत का भी जिक्र किया।
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