तास ने अदालत के अधिकारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस मामले में चार मार्च को बंद कमरे में सुनवाई निर्धारित की गई है।
रिपोर्ट के अनुसार नवलनी की मां ल्यूडमिला नवलनाया ने आर्कटिक शहर सलेकहार्ड की एक अदालत में यह याचिका दासर की है।
नवलनाया शनिवार से अपने बेटे का शव पाने की कोशिश कर रही हैं। नवलनी की टीम ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है कि नवलनी का शव कहां रखा गया है।
ल्यूडमिला नवलनाया ने मंगलवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से हस्तक्षेप करने और उनके बेटे का शव उन्हें सौंपने की अपील की थी। उन्होंने कहा, ‘‘व्लादिमीर पुतिन, मैं आपसे अपील करती हूं। इस मामले का समाधान केवल आप कर सकते हैं। मुझे अपने बेटे का शव देखने दें। मेरी मांग है कि शव तत्काल मुझे दिया जाए, ताकि मैं उसे सम्मान के साथ दफना सकूं।’’
इस बीच, ब्रिटेन के विदेश कार्यालय ने लंदन में बुधवार को कहा कि ब्रिटेन ने उस जेल (पीनल कॉलोनी) के छह अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है जहां पिछले हफ्ते नवलनी की मृत्यु हो गई थी।
विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि नवलनी को जेल में इलाज से वंचित रखा गया और उन्हें ऐसी जगह रखा गया जहां का तापमान शून्य से 32 डिग्री सेल्सियस तक नीचे था।
विदेश कार्यालय ने कहा, “यह स्पष्ट है कि रूसी अधिकारी नवलनी को एक खतरे के रूप में देखते थे और इसलिए उन्होंने नवलनी को चुप कराने की बार-बार कोशिश की। यही कारण है कि हम उस जेल के वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं जहां उन्होंने अपने अंतिम महीने बिताए।’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)