
नयी दिल्ली, एक अगस्त सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में कहा कि राष्ट्रीय अभिलेखागार ने अपने अभिलेखों के लगभग 30 करोड़ पृष्ठों के डिजिटलीकरण के लिए इस वर्ष एक परियोजना शुरू की है।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में उच्च सदन को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह परियेाजना दो साल में पूरी की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार ने पिछले तीन वर्षों में अपने अभिलेखों के 4.5 करोड़ पृष्ठों के डिजिटलीकरण का पहला चरण पूरा कर लिया है।
मंत्री ने कहा, "वर्ष 2024 में, राष्ट्रीय अभिलेखागार ने दो वर्षों की अवधि में अपने अभिलेखों के लगभग 30 करोड़ पृष्ठों के डिजिटलीकरण के लिए एक और परियोजना शुरू की है।"
राष्ट्रीय अभिलेखागार भारत सरकार के स्थायी मूल्य के अभिलेखों का संरक्षक है।
शेखावत ने कहा कि सभी डिजिटल दस्तावेज एक वेबसाइट पर जनता के लिए से उपलब्ध हैं।
उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) द्वारा प्रकाशित यात्रा एवं पर्यटन विकास सूचकांक 2024 रिपोर्ट के अनुसार, भारत 119 देशों में 39वें स्थान पर है।
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