
छत्रपति संभाजीनगर, 18 मार्च मराठा आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने नागपुर में अशांति के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जिम्मेदार ठहराते हुए मंगलवार को दावा किया कि नागपुर में हिंसा ‘महायुति’ सरकार द्वारा प्रायोजित थी।
जरांगे ने कहा कि वे (सरकार) मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र (छत्रपति सामभाजीनगर जिले में स्थित) को संरक्षण दे रहे हैं और साथ ही (दक्षिणपंथी संगठनों की ओर से) इसे हटाने की मांग भी हो रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को यह बात समझनी चाहिए।
छत्रपति संभाजीनगर के एलोरा में पत्रकारों से बातचीत में जरांगे ने आरोप लगाया,‘‘यह दंगा सरकार और देवेंद्र फडणवीस द्वारा प्रायोजित है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब उन्हें वे लोग नहीं दिखते जिन्होंने शिवाजी महाराज का अपमान किया था।’’ उनका इशारा अभिनेता राहुल सोलापुरकर और नागपुर के एक निवासी की ओर था, जिन पर मराठा शासक का अपमान करने का आरोप है।
जरांगे ने जानना चाहा कि ऐसे मामलों में उनके हिंदुत्व का क्या होता है।
उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय निकाय चुनाव के समय ऐसी हरकतें ठीक नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे औरंगजेब की कब्र हटाना चाहते हैं, तो वे केंद्र और राज्य में सत्ता में हैं। अगर कांग्रेस ने पहले ढांचे को बचाने में गलती की थी, तो अब शासकों के पास इसे सुधारने का मौका है। यह (हिंसा) सिर्फ़ ग़रीब लोगों को आपस में लड़ाने के लिए की जा रही है। गरीब लोगों को सतर्क रहना चाहिए।’’
जरांगे ने कहा कि अगर वे कब्र हटाना चाहते हैं, तो वे इसे ‘‘एक मिनट में’’ कर सकते हैं। उन्होंने दावा किया, ‘‘लेकिन कब्र को उसी समय राज्य द्वारा पुलिस सुरक्षा दी जाती है। लोगों में यह समझने की बुद्धि है। स्थानीय शासन निकाय के चुनाव नजदीक हैं। वे (सत्तारूढ़ दल) चुनाव जीतना चाहते हैं। वे लोगों, किसानों और महिलाओं को परेशान करने वाले मुद्दों को हल नहीं कर सकते।’’
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