कोयंबटूर (तमिलनाडु), छह जून ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) नेता और पूर्व राज्य मंत्री एस पी वेलुमणि ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख के अन्नामलाई को लोकसभा चुनाव से पहले दोनों दलों के संबंधों में दरार के लिए जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि अगर चुनावी गठबंधन बरकरार रहता तो वह 30-35 सीटें जीत सकता था।
वहीं अन्नामलाई ने वेलुमणि के इस तर्क पर सवाल उठाया और आश्चर्य जताते हुए कहा कि यह तर्क कैसे स्वीकार किया जा सकता है, जब अन्नाद्रमुक अपने दम पर एक भी सीट जीतने में विफल रही।
वेलुमणि ने संवाददाताओं से कहा कि अन्नाद्रमुक ने गठबंधन धर्म का पालन किया लेकिन अन्नामलाई ने सी एन अन्नादुरई, जे जयललिता और यहां तक कि एडप्पादी के पलानीस्वामी सहित अन्नाद्रमुक नेताओं की अनावश्यक आलोचना की।
वेलुमणि ने कहा, "अन्नामलाई ने ही ज़्यादा टीका-टिप्पणी की, हमने नहीं। गठबंधन से हटने का कारण वही थे।"
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि "अगर भाजपा हमारे साथ गठबंधन में होती, तो गठबंधन 30-35 सीटें जीत सकता था।"
उन्होंने कहा कि डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन और एल मुरुगन जैसे नेताओं ने भाजपा का नेतृत्व करते हुए कभी भी अन्नाद्रमुक के नेताओं का अपमान नहीं किया।
वेलुमणि ने कहा कि कम से कम अब अन्नामलाई को अन्नाद्रमुक की आलोचना करना बंद कर देना चाहिए और चुनाव के दौरान लोगों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि अन्नामलाई को भाजपा नेता सी पी राधाकृष्णन से भी कम वोट मिले जिन्होंने इससे पहले चुनाव लड़ा था।
उन्होंने कहा, "हमने सबक सीखा है। हम कड़ी मेहनत करेंगे और 2026 के विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक की जीत सुनिश्चित करेंगे।"
उनकी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए अन्नामलाई ने संवाददाताओं से कहा कि वेलुमणि ने तथ्य गलत बताए हैं।
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