चेन्नई, 22 फरवरी : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने सोमवार को कहा कि नगर निकाय चुनाव के दिन एक द्रमुक कार्यकर्ता के अपमान को लेकर कानून अपना काम करेगा. इसके कुछ ही घंटे बाद पुलिस ने अन्नाद्रमुक के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री डी जयकुमार को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले स्टालिन ने चुनाव के दिन 19 फरवरी को द्रमुक के एक पदाधिकारी की कमीज ‘उतारने’ और उनका ‘अपमान करने’ को लेकर जयकुमार की आलोचना की थी तथा कहा था कि द्रमुक इस मुद्दे का कानूनी रूप से मुकाबला करेगी एवं ‘कानून अपना काम करेगा.’ इस टिप्पणी के कुछ ही घंटे बाद पुलिस जयकुमार को उनके आवास से गिरफ्तार कर थाने ले आयी. उनके एवं अन्य के विरुद्ध चुनाव के दिन की घटना के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया है तथा भादंसं की कई धाराएं लगायी गयी हैं.
जयकुमार को गिरफ्तार करने के तुरंत बाद अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता थाने पहुंच गए और उनमें से कुछ ने सड़क को जाम कर दिया. स्टालिन ने कहा कि नगर निकाय चुनाव से जुड़ी सभी घटनाओं के सिलसिले में निष्पक्ष कार्रवाई की गयी है. तमिलनाडु में 19 फरवरी को नगर निकाय चुनाव हुए थे और मंगलवार को मतगणना होगी. अन्नाद्रमुक के अनुसार, जयकुमार एवं अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने उस व्यक्ति को पकड़ा जो गलत मतदान में शामिल था और उसे पुलिस कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया था. इस घटना के सिलिसले में दोनों पक्षों ने शिकायतें दर्ज करायीं और पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की. जयकुमार पर स्टालिन की टिप्पणी के बाद अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री ‘गलत मतदान’ करने वाले व्यक्ति को पुलिस के हवाले किए जाने को गलत मानते हैं. यह भी पढ़ें : Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा से जैश-ए-मोहम्मद का हाइब्रिड आतंकवादी गिरफ्तार
उन्होंने जयकुमार का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने इस व्यक्ति को बस पुलिस के हवाले किया था. स्टालिन ने कहा कि प्रचार के दौरान एवं मतदान के दिन भी अपनी ‘हार’ को छिपाने के लिए विपक्षी दलों ने द्रमुक को बदनाम किया एवं उसके विरुद्ध दुष्प्रचार किया. पलानीस्वामी ने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने जयकुमार एवं करीब 40 अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज कर दिया . अन्नाद्रमुक समन्वयक ओ पनीरसेल्वम एवं पलानीस्वामी ने एक बयान में अपने पार्टी सहयोगी की गिरफ्तारी को मतगणना के दिन सत्तारूढ़ दल द्वारा की जाने वाली ‘लोकतंत्र की हत्या’ का पूर्वसंकेत बताया. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने जयकुमार की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे ‘‘राजनीतिक बदले की भावना’’ बताया.