मुंबई, 17 नवंबर महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) ने 2,296 दिहाड़ी कर्मियों को जारी हड़ताल में हिस्सा लेने के लिए नोटिस जारी किया है, जो बुधवार को 21वें दिन में प्रवेश कर गई। हालांकि 100 से अधिक बस सेवाओं को ड्यूटी पर वापस आये कर्मचारियों के एक वर्ग की मदद से संचालित किया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
अधिकारियों ने कहा कि कर्मियों से कहा गया है कि वे या तो 24 घंटे के भीतर ड्यूटी पर आयें या सेवा समाप्ति का सामना करें। उन्होंने कहा कि 7,400 अन्य कर्मचारियों ने दिन के दौरान काम पर आने की सूचना दी।
एमएसआरटीसी का विलय राज्य सरकार में करने की मांग को लेकर घाटे में चल रहे निगम के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। विलय से उन्हें बेहतर वेतन के अलावा सरकारी कर्मचारियों का दर्जा मिलेगा।
अधिकारियों ने कहा कि 28 अक्टूबर से शुरू हुई हड़ताल के कारण 9 नवंबर से सभी 250 बस डिपो बंद हैं, जिससे परिवहन निगम की अधिकांश सेवाएं बाधित हो गई हैं।
उन्होंने कहा कि 2,584 दिहाड़ी कर्मियों में से 2,296 को नोटिस दिया गया है, जिसमें उन्हें 24 घंटे के भीतर ड्यूटी पर वापस लौटने या सेवा समाप्ति का सामना करने के लिए कहा गया था।
इससे पहले, राज्य के स्वामित्व वाले निगम ने 2,000 से अधिक एमएसआरटीसी कर्मचारियों को हड़ताल में भाग लेने और दूसरों को हड़ताल में शामिल होने के लिए कहने के लिए निलंबित कर दिया था।
अधिकारियों ने बताया कि हड़ताल के बावजूद कुल 92,266 कर्मचारियों में से 7,400 कर्मचारियों ने बुधवार को काम पर वापस आने की सूचना दी। हालांकि कर्मियों की यह संख्या मंगलवार की तुलना में कम है जब 7,623 कर्मचारी फिर से ड्यूटी पर लौटे थे।
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