इंदौर, 20 दिसंबर मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को जनपद पंचायत के दो कर्मचारियों को एक सेवानिवृत्त अफसर से कुल 10,500 रुपये की कथित तौर पर घूस लेने के आरोप में पकड़ा।
कथित घूस सेवानिवृत्त अफसर को उसके सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) खाते से 4.80 लाख रुपये की शेष रकम निकालने की मंजूरी दिलाने के बदले ली गई। लोकायुक्त पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि महेश्वर की जनपद पंचायत के समन्वयक अधिकारी महेश पवार (55) और लेखापाल अशोक मेहता (54) को जाल बिछाकर पकड़ा गया, जब वे इस निकाय के सेवानिवृत्त अफसर किशोर कुमार पाराशर से कथित घूस के रूप में क्रमश: 10,000 रुपये और 500 रुपये ले रहे थे।
डीएसपी ने बताया कि पाराशर (66) जनपद पंचायत के समन्वयक अधिकारी के पद से वर्ष 2016 में सेवानिवृत्त हुए थे।
बघेल के मुताबिक पाराशर ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की थी कि वह अपने जीपीएफ खाते से 4.80 लाख रुपये की शेष रकम निकालना चाहते हैं, लेकिन दोनों आरोपी इसकी मंजूरी की सरकारी प्रक्रिया पूरी करने के बदले उनसे 30,000 रुपये की कथित रिश्वत मांग रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों पर भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी ने बताया कि आरोपियों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के प्रावधानों के तहत उन्हें नोटिस दिया गया है कि वे पुलिस की जांच में सहयोग करेंगे और आरोप पत्र पेश किए जाने के वक्त अदालत में मौजूद रहेंगे।
हर्ष
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