
इंदौर (मध्यप्रदेश), पांच अगस्त शासकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने चार माह की बच्ची को उज्जैन के रेलवे स्टेशन पर लावारिस छोड़कर गायब होने के आरोप में उसकी मां को गिरफ्तार किया है। जीआरपी की एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जीआरपी की पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि 40 वर्षीय महिला ने उज्जैन रेलवे स्टेशन के पैदल पुल के पास अपनी दुधमुंही बच्ची को 25 जुलाई को लावारिस छोड़ दिया था और रेलवे स्टेशन से चुपचाप बाहर निकल गई थी।
उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखकर महिला की पहचान की गई और उसे भारतीय दंड विधान की धारा 317 (मां द्वारा उसके शिशु को असुरक्षित हालात में लावारिस छोड़ना) के तहत गिरफ्तार किया गया।
गुप्ता ने बताया, "महिला ने पूछताछ में कहा कि उसका शादी के आठ साल बाद पति से तलाक हो चुका है जिससे उसे दो पुत्रियां हैं। महिला के मुताबिक उसने जिस दुधमुंही बच्ची को उज्जैन रेलवे स्टेशन पर लावारिस छोड़ा था, वह अन्य व्यक्ति से उसके संबंध के चलते जन्मी है।"
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस व्यक्ति से भी महिला का रिश्ता साल भर पहले टूट चुका है।
गुप्ता के मुताबिक, महिला ने दावा किया कि उसके पास गुजारे का कोई आर्थिक साधन नहीं है और उसने अपनी बच्ची को यह सोचकर रेलवे स्टेशन पर लावारिस छोड़ा था कि कोई स्वयंसेवी संस्था उसे गोद ले लेगी।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक उज्जैन के एक सरकारी आश्रय गृह में इस बच्ची की देखभाल की जा रही है।
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