गुना, 17 मई मध्य प्रदेश के गुना जिले में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी एक व्यक्ति को मंगलवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही 14 मई को हुई तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में अब तक तीन आरोपियों को मुठभेड़ में मारा गिराया जा चुका है, जबकि चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और दो फिलहाल फरार चल रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा के मुताबिक, मुठभेड़ मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे हरिपुरा गांव के पास जंगल में हुई। उन्होंने बताया कि पुलिस को सोमवार देर रात एक आरोपी छोटू पठान (30) के रुठियाई इलाके में होने के सूचना मिली थी।
मिश्रा के अनुसार, पुलिस दल ने पठान की तलाश शुरू की और हरिपुरा के पास जंगल में उसका सामना आरोपी से हो गया। उन्होंने बताया कि जब पठान से आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया तो उसने पुलिस दल पर देसी पिस्तौल से गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।
मिश्रा के मुताबिक, इस मुठभेड़ में पुलिस आरक्षक विनोद धाकड़ घायल हो गए और कुछ गोलियां पुलिस के वाहन में भी लगी हैं।
मालूम हो कि जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर आरोन थाना क्षेत्र के सागा बरखेड़ा गांव के पास शहरोक में शिकारियों के एक समूह ने 14 मई को तड़के तीन पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शिकारियों में से अधिकांश एक ही परिवार के थे।
इससे पहले, मिश्रा ने बताया था कि सोमवार को अन्य आरोपियों निसार खान (70) और उसके बेटे शाहराज खान (52) को गिरफ्तार किया गया। दोनों बिधौरिया गांव के रहने वाले हैं और उनके पास से मृतक पुलिसकर्मियों से छीनी गई सर्विस राइफल बरामद हुई है।
गौरतलब है कि 14 मई को तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद बिधौरिया गांव में तलाशी ली गई थी। इस दौरान नौशाद खान (35) नामक व्यक्ति का शव मिला था, जिसके शरीर पर गोली लगने के निशान थे। खान कथित तौर पर पुलिसकर्मियों की जवाबी फायरिंग में मारा गया था। 14 मई की शाम को एक अन्य आरोपी शहजाद खान (38) पुलिस के साथ मुठभेड़ में ढेर हो गया था।
इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों शानू उर्फ शफाक खान (27) और मोहम्मद जिया खान (28) को गिरफ्तार किया था, जबकि मामले में वांछित दो अन्य आरोपी गुल्लू खान (25) और विक्की उर्फ दिलशाद खान (25) अभी भी फरार हैं।
पुलिस के अनुसार, अधिकांश आरोपी निसार खान के परिवार के सदस्य हैं।
एक अन्य अधिकारी ने बताया था कि शानू और जिया खान ने रविवार को पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की थी। इस दौरान पुलिस ने दोनों को रोकने के लिए उनके पैरों में गोली मारी थी।
अधिकारी के मुताबिक, यह घटना तब हुई थी, जब आरोपियों को उनके द्वारा छिपाए गए मृत काले हिरण और हथियार को बरामद करने के लिए संबंधित स्थान पर ले जाया जा रहा था। दोनों को दोबारा पकड़ लिया गया।
पुलिस के अनुसार, नौशाद खान के परिवार में एक शादी समारोह के भोज के लिए शिकारियों ने काले हिरण का शिकार किया था। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस का एक दल मौके पर पहुंचा था, जिसके बाद आरोपियों द्वारा की गई गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी मारे गए थे।
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