
नयी दिल्ली, एक अगस्त दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा आलोचना किए जाने के बाद अपने बचाव में बृहस्पतिवार को कहा कि जिस नाले में एक महिला और उसके तीन साल के बेटे की डूबने से हुई मौत हुई, उसका बड़ा हिस्सा एमसीडी के पास है, जबकि उसका खुद का हिस्सा आरसीसी स्लैब से ढका हुआ है।
बुधवार रात करीब आठ बजे तनुजा और उनका तीन साल का बेटा प्रियांश गाजीपुर इलाके में भारी बारिश के बीच निर्माणाधीन नाले में फिसलकर गिर गए थे जिससे उनकी मौत हो गई। वे गाजीपुर में खोड़ा कॉलोनी के पास एक साप्ताहिक बाजार गए थे।
डीडीए के आधिकारिक बयान के अनुसार, खोड़ा कॉलोनी से लगे नाले की कुल लंबाई 1,350 मीटर है।
बयान में कहा गया, ‘‘इसमें से 1,000 मीटर नाले और उसके साथ लगी सड़क को काफी समय पहले दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को सौंप दिया गया था। ट्रक पार्किंग प्लॉट (बस टर्मिनल) से पीडब्ल्यूडी रोड तक नाले का बाकी 350 मीटर हिस्सा डीडीए के अधिकार क्षेत्र में है।’’
इसमें कहा गया कि हाल में, डीडीए के अधिकार क्षेत्र के तहत नाले के 350 मीटर हिस्से की सफाई का काम पूरा हो गया था और बाद में इस हिस्से को आरसीसी स्लैब से ढक दिया गया था।
बयान में कहा गया कि इसके अलावा, इस नाले में कचरा जाने से रोकने के लिए एमसीडी और डीडीए के नालों के जुड़ाव बिंदु पर एक जाली लगाई गई है।
इससे पहले, आप ने गाजीपुर में निर्माणाधीन नाले में महिला और उसके बच्चे के डूबने की घटना को लेकर उपराज्यपाल एवं डीडीए अध्यक्ष वी के सक्सेना पर निशाना साधा था तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस घटना को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘डीडीए नाले के पुनर्विकास का काम कर रहा था। उपराज्यपाल डीडीए के अध्यक्ष हैं। अधिकारी सीधे उन्हें रिपोर्ट करते हैं। अगर कोई घटना होती है तो वे मेयर शेली ओबेरॉय की गिरफ्तारी की मांग करते हैं। वे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हैं, जो जेल में हैं। हम उपराज्यपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।"
सिंह ने भाजपा पर इस घटना पर ‘‘चुप्पी साधने’’ का आरोप लगाया। उन्होंने इसे ‘‘हत्या’’ करार दिया।
स्थानीय निवासियों और मीडिया की खबरों के अनुसार, मां और बच्चा एमसीडी नाले में डूब गए तथा उनके शव नाले में लगभग 500 मीटर आगे मिले।
बयान में कहा गया कि दोनों के शव एमसीडी और डीडीए नालों के जंक्शन बिंदु पर पाए गए, जहां एक जाली लगी है और यह डूबने वाले स्थान से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है। बयान में कहा गया कि यह ध्यान देने योग्य है कि डीडीए के अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले नाले का 350 मीटर का हिस्सा पूरी तरह से ढका हुआ है।
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