विदेशों में रहने वाले भारतीयों को लेकर पहला विशेष विमान शारजाह से नौ मई को लखनऊ आएगा । इसमें 200 यात्री अपने खर्चे पर प्रदेश आएंगे ।
अपर मुख्य सचिव (गृह और सूचना) अवनीश अवस्थी ने बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि आज तक प्रदेश में 43 ट्रेनों से 51 हजार 371 मजदूर आ चुके हैं । आज से कल तक 15 ट्रेन प्रदेश में विभिन्न राज्यों से और आएंगी । 99 से अधिक ट्रेनों को प्रदेश सरकार अनुमति दे चुकी है तथा दूसरे प्रदेशों से श्रमिकों को लेकर ट्रेनों के आने का सिलसिला लगातार जारी है ।
अवस्थी ने बताया कि सभी श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच के बाद ही उन्हें नि:शुल्क सरकारी बसों से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि विमान से आने वाले यात्रियों की भी जांच की जाएगी ।
गुजरात में फंसे 1,220 प्रवासी मजदूरों को सूरत से लेकर स्पेशल श्रमिक ट्रेन आज सुबह बांदा पहुंची जहां रेलवे स्टेशन पर ही सभी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और उन्हें बसों से नजदीकी आश्रय स्थल भेजा गया। केरल के एर्नाकुलम, कर्नाटक के बेंगलूरू और पंजाब के जालंधर से राज्य के प्रवासी मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन लखनऊ पहुंचीं। वहीं, हैदराबाद से आई ट्रेन बाराबंकी पहुंची। इसी प्रकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन बलिया और अमेठी भी पहुंचीं।
बांदा के अपर जिला अधिकारी संतोष बहादुर सिंह ने बताया कि गुजरात में फंसे 1,220 प्रवासी मजदूरों को लेकर एक स्पेशल श्रमिक ट्रेन बुधवार को करीब ढाई बजे सूरत महानगर से रवाना हुई थी जो आज सुबह 6:40 बजे बांदा जंक्शन के प्लेटफॉर्म-दो पर पहुंची।
उन्होंने कहा, "रेलवे स्टेशन पर सभी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और अब उन्हें सरकारी बसों से नजदीकी आश्रय स्थल भेजा जा रहा है।’’
अधिकारी ने बताया कि इन प्रवासी मजदूरों में 1,070 बांदा जिले के हैं, बाकी फतेहपुर, चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर जिलों के हैं।
उन्होंने बताया कि दूसरे जनपदों के मजदूरों के संबंध में जिलाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। इसके साथ ही जिले के मजदूरों को तहसील स्तर के आश्रय स्थल भेजा जा रहा है।
सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग करते समय भौतिक दूरी के नियम का पूर्ण पालन किया गया। मजदूरों को उनके आश्रय स्थल तक पहुंचाने के लिए 50 सरकारी बसों का इंतजाम किया गया। फिलहाल सभी मजदूर 14 दिन के लिए आश्रय स्थलों में ही रखे जाएंगे।
उधर, लखनऊ में उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक राजशेखर ने बताया कि बेंगलूरू से 1,192 श्रमिकों को लेकर एक ट्रेन आज सुबह लखनऊ पहुंची। इन श्रमिकों की जांच के बाद इन्हें 43 सरकारी बसों से सोनभद्र, गाजीपुर, गोंडा, बलरामपुर, प्रतापगढ़, अमरोहा, अंबेडकर नगर, मुरादाबाद, गोरखपुर और कुशाीनगर देवरिया रवाना किया गया।
उन्होंने बताया कि इसी तरह हैदराबाद से एक ट्रेन 1,079 श्रमिकों को लेकर आज सुबह बाराबंकी पहुंची। इन सभी श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर इन्हें 40 बसों के माध्यम से हरदोई, लखनऊ, सीतापुर और लखीमपुर रवाना किया गया।
बुधवार देर रात पंजाब के जालंधर से 1,164 यात्रियों को लेकर एक ट्रेन लखनऊ पहुंची। इन श्रमिकों को 38 बसों के माध्यम से विभिन्न जनपदों में उनके गंतव्य पहुंचाया गया ।
राजशेखर ने बताया कि केरल के एर्नाकुलम से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज दोपहर लखनऊ पहुंची। इस ट्रेन में 1,072 श्रमिक सवार थे। मेडिकल परीक्षण के बाद उन्हें 40 सरकारी बसों से गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया ।
बलिया से प्राप्त खबर के अनुसार गुजरात के राजकोट से 1,273 लोगों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज दोपहर बलिया रेलवे स्टेशन पहुंची। इन सभी श्रमिकों को जांच के बाद रोडवेज की बसों से उनके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।
जिलाधिकारी हरि प्रताप शाही ने कहा कि गुजरात के राजकोट से 1,273 लोगों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज दोपहर बलिया रेलवे स्टेशन पहुंच गई।
उन्होंने बताया कि इनमें 434 श्रमिक गाजीपुर और अनेक बलिया जिले के हैं। 270 श्रमिक गोंडा , 127 श्रमिक मऊ , 57 श्रमिक बलरामपुर और 19 श्रमिक बहराइच जनपद के हैं । सभी श्रमिकों की मेडिकल जांच कराई गई तथा इसके बाद उनको राज्य सड़क परिवहन निगम की 75 बसों से उनके गन्तव्य के लिए रवाना कर दिया गया।
अमेठी से प्राप्त खबर के अनुसार गुजरात के अहमदाबाद से श्रमिक स्पेशल ट्रेन 1,212 प्रवासी श्रमिकों को लेकर आज अमेठी रेलवे स्टेशन पहुंची। इस मौके पर जिलाधिकारी अरुण कुमार और पुलिस अधीक्षक डॉ. ख्याति गर्ग मौजूद थीं।
जिलाधिकारी ने बताया कि ट्रेन से आए 1,212 लोग 42 जनपदों के हैं जिनके लिए 50 बसों की व्यवस्था की गई है। ट्रेन से आए 282 लोग अमेठी जिले के हैं।
जफर सं
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