चंडीगढ़, 13 अक्टूबर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी कोई ऐसा कदम नहीं उठाएंगे जो पंजाब के किसानों और सिखों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। इसके साथ ही उन्होंने करतारपुर गलियारे को खोलने जैसे केंद्र सरकार के फैसलों का हवाला दिया।
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ने विपक्षी दलों पर नए कृषि कानूनों के बारे में "झूठ और भ्रम" फैलाने का आरोप लगाया तथा जोर देकर कहा कि नए कानूनों में ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे किसानों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और मंडी प्रणाली, दोनों बने रहेंगे।
पुरी ने वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिए किसानों के एक समूह को संबोधित करते हुए कहा कि नए कानूनों के तहत किसानों को मंडियों के बाहर अपनी फसलें बेचने और बेहतर लाभ प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग और पार्टी नेता संबित पात्रा के साथ पुरी ने कहा कि कृषि कानूनों का पंजाबी में अनुवाद कर किसानों के बीच उनका वितरण किया जाना चाहिए।
पंजाब में किसान नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।
पुरी ने कहा कि मोदी सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए बुनियादी ढांचे के विकास सहित कई कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ "जब देश के प्रधान मंत्री, ऐसे व्यक्ति जिन्होंने पंजाब और सिखों के लिए काम किया हो... काली सूची (सिख विदेशी नागरिकों के नाम) से हटाने की बात हो या करतारपुर गलियारा खोलना, स्वर्ण मंदिर के लिए विदेशी दान की अनुमति देना, उन्होंने (मोदी ने) कई ऐसे कदम उठाए। 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए जिम्मेदार लोग आज जेल में हैं।’’
पुरी ने पिछले पांच वर्षों में मोदी सरकार के कुछ अन्य फैसलों का भी जिक्र किया।
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