पणजी, 30 अक्टूबर : तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ताकतवर होंगे क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी राजनीति को लेकर गंभीर नहीं है. ममता ने आरोप लगाया कि उसके (कांग्रेस के) फैसले न लेने के कारण देश को भुगतना पड़ रहा है. भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि वह अब दिल्ली की ‘दादागीरी’ बर्दाश्त नहीं करेंगी. गोवा के तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन पणजी में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान जब बनर्जी से पूछा गया कि क्या वह अगले आम चुनावों में प्रधानमंत्री पद की दौड़ में है तो उन्होंने कहा कि वह ‘‘एलआईपी- लेस इम्पोर्टेंट पर्सन ’’ (कम महत्वपूर्ण इंसान) और गली कूचों में लड़ने वाली योद्धा बने रहना चाहती हैं. टीएमसी की 66 वर्षीय अध्यक्ष बृहस्पतिवार शाम को गोवा पहुंची और उन्होंने अपनी पार्टी के स्थानीय नेताओं तथा अन्य नेताओं के साथ कई बैठकें कीं. टीएमसी ने घोषणा की है कि वह आगामी गोवा विधानसभा चुनावों में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. गोवा में अभी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है.
कांग्रेस के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मैं अभी सब कुछ नहीं कह सकती क्योंकि वे राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते. कांग्रेस की वजह से मोदी जी और अधिक ताकतवर हो रहे हैं...अगर कोई निर्णय नहीं ले सकता तो उसके लिए देश को क्यों भुगतना चाहिए?’’ टीएमसी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस को पहले भी मौका मिला. भाजपा के खिलाफ लड़ने के बजाय वे मेरे राज्य में मेरे खिलाफ लड़े. क्या आपको नहीं लगता कि उन्होंने मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा, बंगाल में मेरे राजनीतिक दल के खिलाफ चुनाव लड़ा....’’ उन्होंने कांग्रेस की आलोचना ऐसे वक्त में की है जब राहुल गांधी भी तटीय राज्य में अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने पहुंचे हैं. हाल में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा था कि भाजपा अगले कई वर्षों तक भारतीय राजनीति के केंद्र में रहेगी चाहे वे चुनाव जीते या हारे. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि यह वक्त की बात है कि लोग भाजपा को सत्ता से निकाल फेकेंगे लेकिन ऐसा नहीं होने वाला है. किशोर आगामी गोवा विधानसभा चुनावों में अभी टीएमसी के लिए काम कर रहे हैं.
भाजपा को लेकर किशोर के बयान के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्होंने कहा कि अगर हम भाजपा को हराना चाहते हैं तो हम यह उस तरीके से नहीं कर सकते जैसे कि कांग्रेस कर रही है. हमें भाजपा को कड़ी टक्कर देनी होगी.’’ बनर्जी ने कहा कि टीएमसी चुनावों में क्षेत्रीय दलों को सीटें आवंटित करने में यकीन रखती हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि क्षेत्रीय दलों को मजबूत होना चाहिए. हम चाहते हैं कि संघीय ढांचा मजबूत हो. हमें राज्यों को मजबूत बनाना चाहिए, अगर राज्य मजबूत होंगे तो केंद्र भी मजबूत होगा. हम दिल्ली की दादागीरी नहीं चाहते, बस बहुत हुआ.’’ यह पूछे जाने पर कि उन्हें क्या लगता है कि कांग्रेस को कौन-से फैसले लेने चाहिए, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस के बारे में चर्चा नहीं करने जा रही हूं क्योंकि यह मेरी पार्टी नहीं है. मैंने अपना क्षेत्रीय दल बनाया है और किसी से समर्थन लिए बिना हमने तीन बार सरकार बनायी. उन्हें फैसला करने दीजिए. यह मेरा तरीका भी है, मैं किसी भी अन्य राजनीतिक दल के कामकाज में दखल नहीं देती हूं. मैं अपने राजनीतिक दल के बारे में कह सकती हूं और हमारी लड़ाई जारी रहेगी. हम भाजपा के आगे घुटने टेकने वाले नहीं हैं.’’ यह पूछे जाने कि क्या वह 2024 के चुनावों में प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होंगी, इस पर टीएमसी नेता ने कहा, ‘‘कुछ नेता हैं जो वीआईपी बनना चाहते हैं लेकिन मैं एलआईपी- लेस इम्पोर्टेंट पर्सन बनना चाहती हूं. हमें गली कूचों में लड़ने वाले योद्धा रहने दीजिए.’’
बनर्जी ने मोदी सरकार से पूछा कि वह पीएम केयर्स फंड का ऑडिट क्यों नहीं करा रही है जिसमें विभिन्न संगठनों, सरकारी कर्मचारियों और अन्य लोगों ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में दान दिया था. उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी सवाल नहीं कर सकता. अगर कोई सवाल करता है तो वे उसके घर ईडी या सीबीआई भेज देंगे. यहां तक कि प्रेस के लोगों को भी नहीं छोड़ा जाता. अगर मीडिया मजबूत नहीं होगा तो देश भी मजबूत नहीं होगा. मीडिया को सच्चाई बतानी होगी. वे मीडिया को सलाह देते हैं कि आपको यह करना होगा, आपको यह कहना होगा...हर रोज वे मीडिया को सलाह दे रहे हैं.’’ बनर्जी ने आरोप लगाया कि अगर मीडिया उनके खिलाफ कुछ भी लिखती है तो वे डर जाते हैं और वे छापे मारने के लिए आयकर विभाग या सीबीआई को भेजते हैं. अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी के गोवा चुनाव लड़ने के फैसले के बारे में एक सवाल के जवाब में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दिल्ली में वे अन्ना हजारे की वजह से जीते. आपको उसकी सराहना करनी चाहिए, हर किसी ने उनका समर्थन किया. यहां तक कि सिविक सोसायटी ने उनका समर्थन किया. ऐसा नहीं है कि हर जगह एक राजनीतिक दल जाएगा और दूसरा नहीं जा सकता. मैंने आप को पंजाब में जाने से नहीं रोका तो वे हमें गोवा आने से क्यों रोकेंगे? उन्हें आजादी है, उनकी अपनी पसंद है, उनका अपना उद्देश्य है.’’ यह भी पढ़ें : Goa: राहुल गांधी ‘पायलट’ टैक्सी में सवार होकर बंबोलिम से पणजी के आजाद मैदान पहुंचे- देखें वीडियो
बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं अपनी पार्टी और स्थानीय क्षेत्रीय पार्टियों के बारे में कह सकती हूं जो सच में परेशानी का सामना कर रही हैं और वे भाजपा के खिलाफ लड़ना चाहती हैं क्योंकि गोवा बेरोजगारी की समस्या, मत्स्य पालन क्षेत्र की समस्या, टैक्सी चालकों की समस्या, किसानों की समस्या, खनन की समस्या का सामना कर रहा है, वे हर समस्या का सामना कर रहे हैं.’’
टीएमसी प्रमुख ने कहा कि गोवावासियों के पास सबकुछ है लेकिन राज्य के पास नेतृत्व के साथ-साथ काम करने का तंत्र और व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे लगता है कि गोवा का निर्माण किया जाए ताकि वह अपने पैरों पर खड़ा हो सके.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी सरकार पश्चिम बंगाल में ईंधन की कीमतों को कम करने के लिए पेट्रोल और डीजल पर वैट खत्म करेगी, इस पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य के अपने मुद्दे होते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम भी छूट दे रहे हैं. यह कैसे संभव है कि पहले आप कीमतें बढ़ा दें और बाद में क्षेत्रीय दलों पर उन्हें कम करने के लिए दबाव बनाएं.’’
‘‘ईंधन की कीमतों में वृद्धि’’ के लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी ने इस हद तक कीमतें नहीं बढ़ायी. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से किसान सड़कों पर हैं लेकिन भाजपा उन्हें नजरअंदाज कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा 100 करोड़ टीकाकरण के लक्ष्य पर पहुंचने का दावा कर रही है लेकिन 30 करोड़ लोगों को अभी टीके की खुराक नहीं मिली है. केवल 29 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक दी गयी है. हमारी 130 करोड़ की आबादी है और अगर आप नाबालिगों को गिने तो यह आंकड़ा 150 करोड़ पर पहुंचेगा.’’ बनर्जी ने आरोप लगाया कि अगर भाजपा को सच में देश की चिंता होती तो देश में इस हद तक बेरोजगारी नहीं होती. गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई के साथ मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा कि उन्हें लगता है कि जो भी भाजपा के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध है उसे ‘‘एक साथ आना’’ चाहिए.