देश की खबरें | मोदी, अदाणी के प्रति ‘पक्षपाती’ हैं, वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के साथ भेदभाव कर रहे हैं: राहुल

कोझिकोड (केरल), 30 नवंबर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर उद्योगपति गौतम अदाणी के प्रति “पक्षपाती” होने और वायनाड भूस्खलन पीड़ितों को उचित सहायता न देकर उनके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया।

राहुल ने यहां मुक्कम में अपनी बहन और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के साथ एक संयुक्त जनसभा में मोदी पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी वायनाड लोकसभा क्षेत्र से पहली बार चुनावी जीत हासिल करने के बाद पहली बार वहां का दौरा कर रही हैं।

लोकसभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि मोदी, अदाणी के साथ भारत के लोगों से अलग व्यवहार कर रहे हैं, जबकि अमेरिका में उन पर अभियोग चलाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ऐसा तब किया जा रहा है जब संविधान में कहा गया है कि सभी के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। राहुल ने दावा किया, “प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि अमेरिका में अदाणी पर आरोप लगने और उन्हें अपराधी कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता तथा भारत में हम उनके खिलाफ अभियोग नहीं चलाएंगे।”

राहुल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर वायनाड के लोगों के साथ भेदभाव करने का भी आरोप लगाया और कहा कि मोदी उन्हें वह सहायता प्रदान करने के लिए तैयार नहीं हैं, जिसके वे हकदार हैं।

उन्होंने कहा, “हम ऐसे माहौल में काम कर रहे हैं। लोगों की हमारे प्रति भावनाएं ही हमें आत्मविश्वास देती हैं और हमारी रक्षा करती हैं।”

जनसभा के दौरान भूस्खलन के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राहुल ने कहा कि उनकी पार्टी और संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) उन लोगों के साथ खड़े हैं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों, संपत्तियों को खो दिया है।

उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से, हमारी सरकार नहीं है और इसलिए हम वह नहीं कर सकते जो एक सरकार कर सकती है। इसलिए, मैंने अपनी बहन और (एआईसीसी महासचिव) के. सी. वेणुगोपाल से कहा कि कांग्रेस और यूडीएफ के प्रत्येक सदस्य को भूस्खलन के पीड़ितों की मदद के लिए केरल सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि वायनाड लोकसभा सीट से उनकी बहन की जीत यह दर्शाती है कि लोगों ने संसद में इस पहाड़ी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए उन पर विश्वास जताया है।

उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि “हम (कांग्रेस नीत विपक्ष) भाजपा की विचारधारा को पराजित करेंगे” जो अहंकारी है और कथित तौर पर नफरत और विभाजन फैलाती है।

राहुल ने कहा, “यह लड़ाई संविधान की रक्षा के लिए है जो कहता है कि सभी के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए।”

अपने भाषण के दौरान उन्होंने अपनी बहन को यह भी सलाह दी कि वह जो भी निर्णय लें, उसमें “मार्गदर्शक वायनाड के लोग होने चाहिए” क्योंकि सच्चा ज्ञान हमेशा जनता के पास ही होता है।

उन्होंने कहा, “मुझे यकीन है कि वह (प्रियंका) यह सब पहले से ही जानती हैं। मुझे यकीन है कि वह (प्रियंका) आप सभी के पास जाएंगी और आपकी समस्याएं सुनेंगी तथा समझेंगी कि आपको किस बात से खुशी मिलती है या आपको किस बात का डर है।”

उन्होंने कहा कि प्रियंका वायनाड की आधिकारिक सांसद हैं, जबकि वह (राहुल) उनके अनौपचारिक सांसद हैं।

राहुल ने कहा, “इसलिए, मैं हमेशा आपके लिए मौजूद हूं। संसद में आपका प्रतिनिधि होना मेरे लिए सम्मान की बात है।”

प्रियंका ने वायनाड लोकसभा उपचुनाव में 4,10,931 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल कर अपनी पहली चुनावी जीत दर्ज की थी, जो इस वर्ष की शुरुआत में हुए लोकसभा आम चुनावों के दौरान उनके भाई राहुल द्वारा इस निर्वाचन क्षेत्र से हासिल की गई जीत के अंतर से भी अधिक है।

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