आइजोल, 16 नवंबर मिजोरम सरकार ने पड़ोसी राज्य मणिपुर में हाल की घटनाओं के बाद शनिवार को लोगों से राज्य में सांप्रदायिक हिंसा से बचने के लिए ‘अत्यधिक सावधानी’ बरतने का आग्रह किया।
मणिपुर के जिरीबाम जिले में पिछले सप्ताह 10 से अधिक लोग मारे गए थे। जिरीबाम जिला, मिजोरम के साथ सीमा साझा करता है।
मिजोरम गृह विभाग ने एक बयान जारी कर मणिपुर के लोगों से ऐसे कार्यों से बचने का आह्वान किया, जो राज्य के भीतर सांप्रदायिक घटनाओं को भड़का सकते हैं।
बयान में आश्वस्त किया गया कि प्रदेश सरकार सभी बाहरी, विशेषकर मणिपुर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाना जारी रखेगी।
बयान में इस बात पर भी जोर दिया गया कि सरकार मिजोरम के बाहर रहने वाले विशेषकर मणिपुर में मिजो नागरिकों, विद्यार्थियों और प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएगी।
राज्य सरकार ने मणिपुर में हाल में हुई हिंसा पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों व हिंसा में घायल हुए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
मिजोरम सरकार ने इसके अलावा केंद्र और मणिपुर सरकार से जारी संघर्ष को रोकने के लिए त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करने का आग्रह किया।
बयान के मुताबिक, मणिपुर में एक साल से अधिक समय से जारी जातीय संघर्ष ने काफी पीड़ा और कठिनाई पैदा की है।
उन्होंने कहा, “इस अशांति के कारण मणिपुर के कई लोगों ने मिजोरम में शरण ली है। राज्य सरकार और लोगों ने प्रभावित लोगों को राहत देना जारी रखा है।”
सरकार ने मणिपुर से आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों (आईडीपी) को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए आगे आने वाले राज्य के लोगों के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
मिजोरम गृह विभाग के अनुसार, मणिपुर के 7,700 से अधिक लोग वर्तमान में राज्य के विभिन्न हिस्सों में शरण लिये हुए हैं।
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